जनपद हापुड़/साहब बगैर नक्शा स्वीकृत अवैध भवन निर्माण पर कब होगी कार्यवाही
हापुड़ पिलखुवा विकास प्राधिकरण के द्वारा कॉलोनाइजरों के हौसले परस्त करते हुए अवैध प्लाटिंग पर तो ध्वस्तीकरण की लगातार कार्यवाही करने के मामले सुर्खियों में चल रहे हैं। लेकिन हापुड़ से लेकर तीर्थ नगरी बृजघाट तक बगैर नक्शा स्वीकृत के आवासीय एवं व्यवसायिक अवैध निर्माण पर कार्यवाही करने को लेकर प्राधिकरण आखिर क्यों बना हुआ है हलकान।
आपको बता दें कि हापुड़ से लेकर गढ़मुक्तेश्वर की तीर्थ नगरी ब्रजघाट तक नेशनल हाईवे के दोनों साइड में एवं अन्य स्थानों पर बगैर नक्शा स्वीकृत के कई दर्जन आवासीय एवं व्यवसायिक अवैध भवनों का निर्माण बैखौफ होकर किया जा रहा है। यदि कोई शिकायतकर्ता पिलखुवा विकास प्राधिकरण के किसी अधिकारी से ऐसे मामलों को लेकर शिकायत भी करता है। तो हापुड़ पिलखुवा विकास प्राधिकरण के अधिकारी वहां पर जाकर औपचारिकता निभाने के साथ नोटिस देने की खाना पूर्ति करके अपनी इतिश्री कर देते हैं।
सूत्रों की मानें तो हापुड़ पिलखुआ विकास प्राधिकरण से बगैर नक्शा स्वीकृत के अवैध भवनों का निर्माण कराने को लेकर एचपीडीए के अधिकारियों के द्वारा आंखों पर चांदी का चश्मा पहन लिया जाता है। और फिर उनको यह बगैर नक्शा स्वीकृत के होने वाला अवैध भवनों का निर्माण नजर नहीं आता है। इस गोरख धंधे में अधिकारियों के द्वारा बगैर नक्शा स्वीकृत के अवैध भवनों का निर्माण करने वाले भवन स्वामी को पहले नोटिस जारी किए जाने का भय दिखाकर एवं बाद में सीलिंग की कार्यवाही करने के नाम पर की जाती है वसूली। यदि एचपीडीए के अधिकारियों के द्वारा निष्पक्ष एवं निर्भीकता के साथ कार्रवाई की जाए तो बगैर नक्शा स्वीकृत के अवैध भवनों का निर्माण संभव नहीं है।
रिपोर्टर भूपेंद्र वर्मा