साल के बारह महीनों में एक महीना माहे रमजानमुस्लिम समुदाय में बहुत खास माना जाता है। माहेरमजान का मुकद्दस महीना एक दिन बाद शुरू होने जारहा है, जिसके लिए मुरादाबाद में तैयारियां जोरों- शोरोंपर है। महानगर और देहात के इलाकों में मस्जिदों कीरंगाई-पुताई और साफ-सफाई का काम पूरा हो गया है।इसके अलावा, इफ्तार और सेहरी के लिए दुकानें सजनाशुरू हो गई हैं।महानगर के बाजारों में रौनक दिखाई दे रही है, जहांसेहरी के लिए खजला, फेनी और ब्रेड की तैयारी हो रहीहै, तो वहीं इप्तार के लिए उम्दा किस्म की खजूर बाजारकी रौनक बढ़ा रही है। महानगर तहसील स्कूल, चौकीहसन खां, लाल मस्जिद, फैज गंज, जामा मस्जिद,चक्कर की मिलक, असालतपुरा, ईदगाह, करुला, पीरका बाजार, रहमत नगर, मकबरा, गलशहीद, इंदिराचौक और ताजपुर इलाके में रमजान की रौनक दिखनेलगी है। रमजान का महीना मुस्लिम समुदाय के लिए बहुतखास माना जाता है, जिसमें लोग पूरे महीने रोजों काएहतमाम करते हैं। रोज़ा रखने के दौरान सुबह से शामतक बिना कुछ खाए पिए रहते हैं। यह समय सुबह सहरीसे शाम इफ्तार तक रहता है। रोज़ा रखने के दौरानमुसलमान पांच वक्त की फ़र्ज़ नमाज के साथ कुरआनकी तिलावत करते हैं।मुस्लिम समुदाय के लोग इस माह सालभर की कमाईकी जकात भी देते हैं, जो गरीब असहाय लोगों को दीजाती है। यह महीना मुस्तलिम समुदाय के लिए बहुतखास है, जिसमें लोग अपने आप को अल्लाह कीइबादत में रहते हैं और अपने गुनाहों की माफी मांगते हैं।


