रिपोर्टर भूपेंद्र वर्मा की खास रिपोर्ट
गढ़मुक्तेश्वर/बिजनौर बैराज हथिनी कुंड से कई लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने पर गंगा में जलस्तर खतरे के निशान को पार करने पर गंगा के खादर क्षेत्र के किनारे बसे गांव के किसानों की फसले जल मग्न हो चुकी है। बाढ़ के पानी से रास्तों में जल भराव होने के चलते स्कूली बच्चे नाव में बैठकर स्कूल जाने को मजबूर हैं
गौरतलब रहे कि बृजघाट में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है। बढ़ते जल स्तर के चलते जहां किसानों की फैसले जलमग्न हो गई हैं। वहीं स्कूली बच्चे नाव से स्कूल जाने को मजबूर हैं। किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। जंगल से पशुओं के लिए चारा लेने जाने के लिए भी भारी किल्लत का सामना करना पड़ रहा है।
गंगा खादर में बसे गांवों के मुख्य रास्तों पर गंगा का जलस्तर कई फीट तक भरा हुआ है। ग्रामीण
ट्रैक्टर ट्राली एवं नाव से आवागमन कर रहे हैं।जबकि जिला प्रशासन की तरफ से भी बाढ़ ग्रस्त पानी से त्रस्त लोगों को पशु चारा राशन इत्यादि सभी सुविधाएं महिया कराई जा रही है।






