पेरिस की सड़कों पर अचानक भारी भीड़ उतर आई और माहौल युद्ध जैसा बन गया। “ब्लॉक एव्रीथिंग मूवमेंट” से जुड़े प्रदर्शनकारियों ने जगह-जगह आगजनी शुरू कर दी।
बैरिकेडिंग तोड़ी गई और कई इलाकों में सड़कें जाम हो गईं। पुलिस ने हालात संभालने के लिए आंसू गैस छोड़ी। भीड़ में शामिल युवाओं ने पत्थरबाजी भी की। दुकानदारों ने सुरक्षा के डर से अपने शटर गिरा लिए। यातायात पूरी तरह बाधित हो गया और लोग दहशत में घरों में कैद हो गए। इंटरनेट पर हिंसा की तस्वीरें वायरल होने लगीं।
फ्रांस की सरकार ने पेरिस को छावनी में बदल दिया। करीब 80 हजार सुरक्षाकर्मी राजधानी में तैनात किए गए। पुलिस ने तुरंत 200 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर लिया। दंगाइयों पर काबू पाने के लिए पुलिस ने वॉटर कैनन और आंसू गैस का इस्तेमाल किया। हालांकि भीड़ लगातार फिर से जुटती रही और पुलिस को मुश्किलें झेलनी पड़ीं। आंतरिक मंत्री ब्रूनो रिटेलेउ ने दावा किया कि प्रदर्शनकारी शहर को पूरी तरह ठप करने में नाकाम रहे। लेकिन शाम तक हालात तनावपूर्ण बने रहे। लोगों का कहना है कि हालात कर्फ्यू जैसे हो गए हैं।
राजधानी से बाहर भी हिंसा
पेरिस के अलावा फ्रांस के दूसरे हिस्सों में भी आगजनी हुई। पश्चिमी शहर रेन में प्रदर्शनकारियों ने एक बस को आग के हवाले कर दिया। इससे इलाके की बिजली चली गई और ट्रेनें रुक गईं। लियोन और मार्से में भी झड़पें दर्ज हुईं। जगह-जगह से धुआं उठता दिखा और लोग डर के साए में जीने लगे। प्रदर्शनकारी कह रहे हैं कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जातीं, आंदोलन जारी रहेगा। पुलिस ने माना कि आगजनी फैल रही है और हालात काबू से बाहर हो सकते हैं।
रि० सम्पादक श्री मुहीत चौधरी




