माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी के निर्देश पर समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधिमंडल आज बरेली के पीड़ितों से मिलने जा रहा था।
लेकिन कल रात से मुझे, एक सांसद होने के बावजूद, नज़रबंद कर घर में कैद कर दिया गया है ताकि मैं बरेली जाकर अपने लोगों से न मिल सकूं। विपक्ष की आवाज़ को दबाने के लिए सरकार अब पुलिस और प्रशासन का दुरुपयोग कर रही है।
शांतिपूर्ण तरीक़े से जा रहे प्रतिनिधिमंडल को पुलिस ने बरेली में धारा 163 का हवाला देकर ज़बरन रोक दिया।
बेक़सूर युवाओं को गिरफ़्तार किया जा रहा है, उनकी दुकानों को सील कर रोज़गार छीना जा रहा है और बुलडोज़र चलाकर एक तबके की आवाज़ दबाने की पूरी कोशिश की जा रही है। यह सब लोकतंत्र में कैसे मुमकिन हो सकता है?
समाजवादी पार्टी हर पीड़ित परिवार के साथ मज़बूती से खड़ी है और अन्याय के ख़िलाफ़ हमारी लड़ाई जारी रहेगी।




