
महिला एवं बाल विकास विभाग के एकीकृत बालविकास सेवा (ICDS) की ओर से ‘मिशन शक्ति’अभियान के महिला चौपाल का आयोजन किया गया।इसमें मुरादाबाद, बिजनौर, सम्भल और अयोध्या केआंगनवाड़ी केंद्र शामिल रहे। इस पहल का मकसदमहिलाओं को शासन की योजनाओं, उनके अधिकारों,सुरक्षा, स्वास्थ्य, पोषण और आत्मनिर्भरता से जोड़ना है।कार्यक्रम में महिलाओं, किशोरियों, आंगनवाड़ीकार्यकर्त्रियों, सहायिकाओं, स्वयं सहायता समूह कीसदस्याओं, स्थानीय जनप्रतिनिधियों, पुलिस औरप्रशासनिक अधिकारी शामिल रहे।चौपाल की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई, जिसके बादविभागीय अधिकारियों ने मिशन शक्ति की रूपरेखा औरउद्देश्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला।

मिशन शक्ति राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी पहल.जिला कार्यक्रम अधिकारी, अयोध्या ने कहा- मिशन’शक्ति राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी पहल है, जिसकालक्ष्य महिलाओं को सामाजिक, आर्थिक और मानसिकरूप से सशक्त बनाना है।उन्होंने बताया कि महिला चौपाल के माध्यम से सरकारऔर समाज के बीच संवाद का सशक्त मंच तैयार कियाजा रहा है, ताकि हर महिला तक शासन की योजनाओंकी जानकारी पहुंचे और वे उनका लाभ ले सकें।सरकारी योजनाओं की दी जानकारी, सुरक्षा और पोषणपर जोरमहिलाओं को बताया गया कि राज्य सरकार महिलाओंकी सुरक्षा, स्वावलंबन और सम्मान सुनिश्चित करनेके लिए ठोस कदम उठा रही है। ICDS विभाग की.सेविकाओं और विशेषज्ञों ने चौपाल में महिलाओं कोबताया-
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना.पोषण अभियान.बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओमहिला हेल्पलाइन 181महिला सुरक्षा ऐप और साइबर सुरक्षा कार्यक्रम.मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजनावन स्टॉप सेंटर और स्वयं सहायता समूहों के लाभस्वास्थ्य, पोषण और किशोरियों पर विशेष सत्रचौपाल में गर्भवती और धात्री माताओं को संतुलितआहार, एनीमिया की रोकथाम, प्रसव पूर्व और प्रसवोत्तरदेखभाल, टीकाकरण जैसे विषयों पर सुझाव दिए गए।किशोरियों को मासिक धर्म स्वच्छता, आयरन सेवनऔर शिक्षा के महत्व के बारे में बताया गया । ‘सहीआहार- सशक्त परिवार’ विषय पर आयोजित संवाद मेंआंगनवाड़ी कार्यकर्त्रियों ने पोषक आहार की थाली काप्रदर्शन कर महिलाओं को जागरूक किया।

कानूनी जागरूकता और आत्मरक्षा पर भी चर्चा.पुलिस विभाग और महिला सुरक्षा संगठनों केप्रतिनिधियों ने महिलाओं को कानूनी अधिकारों, घरेलू.हिंसा निवारण अधिनियम, साइबर अपराध से बचावऔर बाल विवाह रोकथाम कानून की जानकारी दी।महिलाओं से कहा गया कि किसी भी प्रकार की हिंसाया उत्पीड़न की स्थिति में वे तुरंत हेल्पलाइन 181 यास्थानीय प्रशासन से संपर्क करें ।महिलाओं ने साझा किए अनुभवकार्यक्रम में शामिल महिलाओं ने कहा कि महिला.चौपाल जैसे आयोजन उन्हें आत्मविश्वास देते हैं औरएहसास कराते हैं कि वे समाज की महत्वपूर्ण शक्तिहैं। कई महिलाओं ने बताया कि आंगनवाड़ी केंद्रों सेसरकारी योजनाओं की समय पर जानकारी मिलने लगीहै, जिससे उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव आया है।
सशक्त नारी-सशक्त उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ता कदमकार्यक्रम के अंत में जिला कार्यक्रम अधिकारी नेकहा- महिला चौपाल केवल संवाद का मंच नहीं,बल्कि यह ग्रामीण स्तर पर महिलाओं में नेतृत्व क्षमता,आत्मविश्वास और जागरूकता बढ़ाने का सशक्त जरियाहै।उन्होंने बताया कि मिशन शक्ति के तहत हर ब्लॉक औरसेक्टर स्तर पर नियमित चौपालें आयोजित की जाएंगी,ताकि कोई भी महिला शासन की योजनाओं से वंचित नरहे।’महिला चौपाल’ उत्तर प्रदेश में महिलाओं केसशक्तिकरण, सुरक्षा और आत्मनिर्भरता की दिशा मेंएक प्रेरक कदम बनकर उभर रही है।




