40 minutes: भारत से दुश्मनी कर भूखे- कंगाल हो चुके पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ के लिए दुख दोहरा है. एक तो मुल्क की गरीबी उन्हें सोने नहीं देती. दूसरे, दुनिया में भारत का बढ़ता वजूद उनका ब्लड प्रेशर हमेशा बढ़ाए रखता है.
अब पुतिन के भारत में सफल दौरे के बाद पाकिस्तान की यह जलन और बढ़ गई है. लिहाजा पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ ने मौका निकाला और पुतिन को अपने अंदाज में पकड़कर दोस्ती की लंबी डींगे हांकने की कोशिश की. लेकिन पुतिन ने बिना कुछ कहे 40 मिनट तक इंतजार करवाकर उन्हें दुनिया में पाकिस्तान की असल औकात बता दी.
खैरात बटोरने तुर्कमेनिस्तान पहुंच गए शहबाज
रशियन टुडे इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, यह घटना 12 दिसंबर 2025 यानी आज तुर्कमेनिस्तान में हुई. जब देश की राजधानी अश्गाबात में आयोजित अंतरराष्ट्रीय शांति और विश्वास वर्ष के फोरम में कई विश्व नेता शामिल थे. इनमें रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन भी भाग लेने पहुंचे थे.
इतने देशों के राष्ट्र प्रमुखों को एक साथ इकट्ठे होते देख पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ भी खैरात बटोरने के इरादे से वहां पहुंचे थे. उनकी योजना के अनुसार, पाकिस्तान प्रतिनिधिमंडल ने शहबाज-पुतिन की द्विपक्षीय मुलाकात का रूसी सरकार से अनुरोध किया, जिसे मान लिया गया. इसके बाद तय समय पर पाकिस्तानी पीएम अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ पुतिन से मुलाकात के लिए पहुंच गए.
40 मिनट इंतजार के बाद भी पुतिन नहीं पहुंचे
लेकिन वहां पर न पुतिन मौजूद थे और उनका प्रतिनिधिमंडल. यह देखकर उनका चेहरा उतर गया. इसके बाद शहबाज वहीं कुर्सी पर बैठकर पुतिन के आने का इंतजार करने लगे. धीरे-धीरे करके 40 मिनट गुजर गए लेकिन पुतिन नहीं आए. शहबाज को भाव न देकर पुतिन तुर्की राष्ट्रपति एर्दोगन के साथ बातचीत कर रहे थे.
उधर कक्ष में अपने प्रतिनिधियों के साथ पुतिन का इंतजार कर रहे शहबाज के चेहरे पर थकान और झुंझलाहट बढ़ती जा रही थी. जब उन्हें पता चला कि पुतिन बाहर हॉल से गुजरने वाले हैं तो वे वहीं पहुंच गए और फिर पुतिन के साथ हाथ मिलाकर 10 मिनट तक खड़े-खड़े बातचीत की.
इंटरनेट पर वायरल हुई पाकिस्तान की बेइज्जती
इस मुलाकात के दौरान वे पुतिन का एक हाथ पकड़े हुए थे. वहीं दूसरा हाथ हिलाकर खुद को पुतिन का घनिष्ठ दोस्त दर्शाते हुए बात कर रहे थे. दोनों के बीच यह अनौपचारिक चर्चा थी. जिसकी क्रेमलिन और अन्य स्रोतों ने भी पुष्टि की है.
जैसे ही पाकिस्तान की इस इंटरनेशल बेइज्जती का वीडियो बाहर आया, यह तुरंत सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इसके साथ ही इंटरनेट पर मीम्स की बाढ़ भी आ गई है. कोई कह रहा है, ‘शरीफ भाई, इंतजार का इनाम तो मिलना चाहिए था!’ वहीं कोई पुतिन को ‘टाइम मैनेजमेंट गुरु’ बता रहा
क्या इस संदेश को समझेंगे शहबाज शरीफ?
वहीं दुनिया में अपने मुल्क की बेइज्जती से पाकिस्तानी बौखलाए हुए हैं. वे शहबाज के इंतजार करने वाली घटना को छिपाकर पुतिन-शरीफ की मुलाकात के वीडियो को शेयर कर बड़ी घटना बता रहे हैं. पाकिस्तानी मीडिया की बात करें तो 40 मिनट तक शहबाज शरीफ को इंतजार करवाने को डिप्लोमैटिक चूक बताया जा रहा है. जबकि रूसी मीडिया में शहबाज और पाकिस्तान की हंसी उड़ रही है.
जियो पॉलिटिकल एक्सपर्टों का कहना है कि इस मुलाकात में एक बड़ा संदेश छिपा है, जो पाकिस्तान कभी नहीं समझना चाहेगा. वह संदेश ये है कि आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान जैसे देशों के नेता ग्लोबल लीडर्स से मिलने को तरसते हैं. अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान की ये मजबूरी अब दुनिया की नजरों में आ गई.




