यह कार्रवाई रेलवे की भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराने की प्रक्रिया का हिस्सा बताई जा रही है। लाल निशान लगने के बाद दुकानदारों में भारी आक्रोश है और वे अपने भविष्य को लेकर चिंतित नजर आ रहे हैं।रेलवे और नगर निगम की संयुक्त कार्रवाईप्राप्त जानकारी के अनुसार, नगर निगम और रेलवे प्रशासन की संयुक्त टीम ने पुराना रोडवेज बस अड्डे के सामने वर्षों से संचालित दुकानों को चिन्हित करते हुए उन पर लाल निशान लगाए हैं। रेलवे का दावा है कि ये दुकानें उसकी भूमि पर अवैध रूप से बनी हुई हैं और कई बार नोटिस देने के बावजूद अतिक्रमण नहीं हटाया गया दुकानदारों में रोष, रोज़गार पर संकटलाल निशान लगने के बाद दुकानदारों का कहना है कि वे पिछले कई दशकों से यहां व्यापार कर रहे हैं, नगर निगम को टैक्स भी देते हैं और उनके पास दुकान आवंटन से जुड़े पुराने दस्तावेज भी मौजूद हैं। दुकानदारों का आरोप है कि बिना वैकल्पिक व्यवस्था किए दुकानों को तोड़ने की तैयारी की जा रही है, जिससे सैकड़ों परिवारों की रोज़ी-रोटी पर




