जनपद हापुड़/एचपीडीए से बगैर नक्शा स्वीकृत कमर्शियल मार्केट निर्माण और मार्केट के ऊपर रेजिडेंस निर्माण इसको एचपीडीए की अनदेखी कहा जाए या सरपरस्ती जनपद में हापुड़ से लेकर ब्रजघाट तक जहां दर्जनों से अधिक कॉलोनियों को हापुड़ पिलखुवा विकास प्राधिकरण से बगैर नक्शा स्वीकृति कराएं प्लाटिंग कर विकसित किया जा रहा है। वही एचपीडीए से बगैर नक्शा स्वीकृति के कमर्शियल दुकानों एवं भवनों का निर्माण अपनी चरम सीमा पर चल रहे हैं। ऐसी स्थिति में हापुड़ पिलखुवा विकास प्राधिकरण की अनदेखी कहा जाए या ऐसे निर्माणों पर सरपरस्ती।विदित रहे कि हापुड़ से लेकर बृजघाट तक दर्जनों की संख्या में हापुड़ पिलखुवा विकास प्राधिकरण से बगैर नक्शा स्वीकृति कराए कॉलोनाइजरों के द्वारा जहां कॉलोनियों को विकसित किया जा रहा है। और कॉलोनाइजरों के द्वारा इन कॉलोनियों को हापुड़ पिलखुवा विकास प्राधिकरण से अप्रूवल बताते हुए विद्युत विभाग के अधिकारियों से सांठगांठ कर विद्युत पोल तक गड़वा दिए जाते हैं। और फिर इन कॉलोनियों में कॉलोनाइजरों के द्वारा प्लाट खरीदने वालों को गुमराह करने के साथ मुंह मांगे रेट में प्लाटिंग की जाती हैं। लेकिन इस गोरख धंधे में देखने योग्य बात तो यह है कि प्रशासनिक अधिकारियों की वाह वाही लूटने को लेकर हापुड़ पिलखुवा विकास प्राधिकरण की टीम के द्वारा कहीं नोटिस चस्पा कर दिया जाता है। तो कहीं सीलिंग की कार्रवाई कर अपनी इतिश्री कर जाती है। और इस गोरख धंधे में लगे लोग अपने गोरख धंधे को लगातार अंजाम दे रहे। और हापुड़ पिलखुवा विकास प्राधिकरण से बगैर नक्शा स्वीकृति के कमर्शियल दुकानों का निर्माण भवनों का अपनी चरम सीमा पर चल रहा है। जिसका जीता जागता उदाहरण सिंभावली क्षेत्र के हरोडा मोड़ ओवर ब्रिज सर्विस रोड पर बाजार में देखने को मिल रहा है। जहां पहले नीचे कमर्शियल दुकानों का निर्माण किया गया। ऊपर बगैर नक्शा स्वीकृति के भवनों का निर्माण हो रहा है। ऐसी स्थिति में हापुड़ पिलखुवा विकास प्राधिकरण की अनदेखी कहा जाए या ऐसे भवनो के निर्माण पर सर परस्ती कहा जाए। रिपोर्टर भूपेंद्र वर्मा