जनपद हापुड़/ प्रॉपर्टी डीलर कृषि भूमि को बगैर आवासीय दर्ज कराये वर्ग गज में बिक्री कर राजस्व विभाग को लग रहे लाखों का चूना। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को भूमाफिया और मिट्टी खनन माफिया प्रतिदिन लगा रहे हैं लाखों रूपए राजस्व का चूना। रातों-रात अमीर होने की चाह में जहां मिट्टी खनन माफिया अपने गोरख धंधे को लगातार अंजाम दे रहे हैं। वही प्रॉपर्टी डीलर एवं अवैध कॉलोनाइजर कृषि भूमि को कम दामों में खरीद कर बगैर आवासीय दर्ज कारण अवैध प्लाटिंग करने का गोरखधंधा रात दिन प्रवान चढ़ाते हुए सरकार को बैनामा कराने के दौरान स्टाम्प ड्यूटी कम लगाकर लाखों रुपए के राजस्व का चूना लगा रहे हैं। बैनामा कृषि भूमि में दर्ज कराया जाता है। और खरीददार से वर्ग गज के हिसाब से पैसे लिए जाते हैं।आपको बता दें कि गढ़ तहसील के अंतर्गत नेशनल हाईवे एनएच 9 के किनारे ऐसे कई बैनामे में किए गए हैं। जो कृषि भूमि में बैनामे किए गए हैं। और उन पर कमर्शियल निर्माण धड़ल्ले से किया जा रहा है। यहां तक की प्रॉपर्टी डीलरों के द्वारा नेशनल हाईवे की बची हुई भूमि तक को बैनामे में लिखवा दिया गया है। इस तरह के कई विवाद गंगाधरपुर उर्फ बक्सर गांव के भूमि स्वामियों के द्वारा मुरादाबाद एक्सप्रेसवे के लिए अधिग्रहण की गई भूमि से बची कृषि भूमि को बगैर आवासीय दर्ज कराये यहां तक की नेशनल हाईवे की बची हुई भूमि को भी बिक्री किया गया है। जिसमें स्टाम्प ड्यूटी की चोरी कर सरकार को लाखों रुपए के राजस्व का चूना लगाया गया है।जोकि बड़े सुर्खियों में चल रहे हैं। इन मामलों में प्रॉपर्टी डीलरों ने अपने कमीशन के लालच में सड़क के साइड में बची हुई एनएएच आई की भूमि तक को बैनामे में लिखवा दिया गया है। तो वही मिट्टी खनन माफियाओं के द्वारा नेशनल हाईवे की रेलिंग को तोड़कर कृषि भूमि पर होने वाले कमर्शियल निर्माण का धड़ल्ले से भराव करने के साथ राजस्व विभाग को लाखों रुपए की राजस्व का चूना लगाया जा रहा है। रिपोर्टर भूपेंद्र वर्मा