गढ़मुक्तेश्वर/गढ़मुक्तेश्वर क्षेत्र में मरीजों की जान से खिलवाड़ करने वाले झोलाछाप डॉक्टरों पर स्वास्थ्य विभाग की सरपरस्ती कहे या अनदेखी।
आपको बता दें कि क्षेत्र में बगैर डिग्री धारक झोलाछाप डॉक्टर ग्रामीण क्षेत्र से लेकर शहरी क्षेत्र तक के गली मौहल्लो में दुकान सजाने के साथ खुलेआम मरीजों के जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं। जिसके चलते एक गंभीर मामला सिंभावली थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले रेलवे रोड पर स्थित पीपल के पेड़ के पास अपना क्लीनिक संचालित करने वाले डॉक्टर पप्पू का प्रकाश में आया है। जिसमें हाल ही में डॉक्टर पप्पू के द्वारा ग्राम मधापुर मौजमपुर की गीता नामक एक महिला मरीज को दवाई देने के उपरांत हालत बिगड़नी शुरू हो गई। जिसको परिजनों के द्वारा आनंन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया। तब कहीं जाकर महिला मरीज की जान बच पाई।
सूत्रों की माने तो ग्रामीण क्षेत्रों में दुकान सजा कर बैठे झोलाछाप डॉक्टरों के द्वारा मरीजों की जान से खिलवाड़ करते हुए। बहुत बड़े पैमाने पर स्वास्थ्य विभाग के नियमों को ताक पर रखकर स्वास्थ्य विभाग की छवि को धूमिल करने का कार्य किया जा रहा है। जिसको लेकर स्थानीय नागरिकों का कहना है कि इन झोलाछाप डॉक्टरों को पूर्ण रूप से स्वास्थ्य विभाग की कहीं ना कहीं से किसी अधिकारी की सर परस्ती प्राप्त होती है। जिसको लेकर यहां यह कहावत चरितार्थ होती है कि सैया भाई कोतवाल तो डर का ही का। वही इस मामले को लेकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सुनील कुमार त्यागी का कहना है कि झोलाछाप डॉक्टर के द्वारा महिला को दी गई दवाई के मामले में जांच कर झोलाछाप डॉक्टर विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
रिपोर्टर भूपेंद्र वर्मा

