जनपद में अवैध कॉलोनाइजरों के द्वारा अवैध प्लाटिंग करने का गोरख धंधा थमने का नाम नहीं ले रहा है। जहां यह कहावत चरितार्थ हो रही है कि एचपीडीए डाल-डाल और अवैध कॉलोनाइजर पात-पात पर बैठे हुए हैं। जनपद में अवैध कॉलोनाईजरों के द्वारा रातों-रात मालामाल होने को लेकर सीधे-साधे भोले भाले लोगों को अपनी लच्छेदार बातों में उलझा कर हापुड़ पिलखुआ विकास प्राधिकरण से अप्रूवल होने का झांसा देकर अवैध कॉलोनी में प्लाटिंग करने का सिलसिला जारी है।
आपको बता दें कि जिले में बहुत बड़े पैमाने पर अवैध प्लाटिंग करना और अवैध प्लाटिंग में मिट्टी खनन कर भराव करने का गोरखधंधा अपनी चरम सीमा पर चल रहा है। चूंकि अवैध कॉलोनाइजर और अवैध मिट्टी खनन माफिया एक सिक्के के दो पहलू हैं। हापुड़ पिलखुवा विकास प्राधिकरण अवैध कॉलोनियों पर बुलडोजर चलाकर ध्वस्तीकरण करने की कार्यवाही के दावे करता है। लेकिन हापुड़ पिलखुवा विकास प्राधिकरण के द्वारा इनके विरुद्ध आज तक भी सख्त से सख्त कार्रवाई नहीं की गई है। यदि सख्त कार्रवाई की जाए तो यह माफिया दोबारा दीवार निर्माण करने की जहमत ही नहीं उठा सकते। देखने योग्य बात यह है कि
हापुड़ पिलखुवा विकास प्राधिकरण का सचल दस्ता दिन में बुलडोजर चला कर तोड़फोड़ की कार्यवाही करता है।और यह अवैध कॉलोनाइजर रातों-रात फिर से उसको तैयार कर देते हैं। जिसका जीता जागता उदाहरण गढ़मुक्तेश्वर, ब्रजघाट, सिंभावली क्षेत्र के सिखैडा मुरादाबाद मे बखूबी देखने को मिल रहा है। जहां हापुड़ पिलखुवा विकास प्राधिकरण के द्वारा गत दिनों इन कॉलोनीयों पर बुलडोजर चला कर धवस्तीकरण कर दिया गया।लेकिन दूसरे दिन ही इन कॉलोनाइजरों के द्वारा रातों-रात उसे फिर से बनाकर वही रूप दे दिया जाता है। वही इन अवैध कॉलोनाइजर माफियाओं का कहना है एचपीडीए अपनी दिन में धवस्तीकरण की कार्यवाही करे हम रात में तैयार कर देंगे।
रिपोर्टर भूपेंद्र वर्मा
