(रिपोर्टर भूपेंद्र वर्मा)
गढ़मुक्तेश्वर/उत्तर भारत का कार्तिक पूर्णिमा पौराणिक मिनी कुंभ मेला आधी अधूरी व्यवस्थाओं के चलते प्रारंभ हो चुका है। और दूर दराज से आने वाले श्रद्धालुओं का भी जन सैलाब प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। क्या रहा है जबकि मेला स्थल पर जन सुविधा भी अभी तक चाक चौबंद नजर नहीं आ रही है।
बता दें कि उत्तर भारत का मिनी कुंभ कहे जाने वाले पौराणिक कार्तिक पूर्णिमा गंगा स्नान का मेला प्रशासनिक दृष्टि से 7 नवंबर से प्रारंभ हो गया है। जिसमें दूर दराज से आने वाले श्रद्धालुओं और दुकानदारों की संख्या प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। मेले की व्यवस्थाओं को लेकर भले ही पुलिस प्रशासन जिला पंचायत के आला अधिकारी मेले की सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त करने की बात कहें परंतु जमीनी व्यवस्थाओं की हकीकत अभी तक आधी अधूरी नजर आ रही है। जिनका मेले के बाहरी छोर पर खड़ी गन्ने की फसल खुद बयां कर रही हैं।
गन्ने की फसल खड़ी होने के चलते मेले की तैयारियां प्रभावित हो रही हैं। और दूर दराज से आने वाले श्रद्धालु अपने तंबुओं को गाड़ने के लिए इधर-उधर भटकते नजर आ रहे हैं। वहीं मेले की व्यवस्थाओं को लेकर मेला अधिकारी साक्षी शर्मा का कहना है कि जिला पंचायत के माध्यम से मेले के सभी इंतजाम उपलब्ध कराए जा रहे हैं। और जो कमियां नजर आ रही है। उनको भी जल्द से जल्द पूर्ण कराया जाएगा। मेले की सुरक्षा व्यवस्था में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी परेशानी का सामना नहीं होने दिया जाएगा।
