
तस्वीर शिक्षक की जांच करने वाली एबीएसए डॉ. वंदना सैनी की है।मुरादाबाद में घोटाले में फंसे बेसिक शिक्षा विभाग केएक शिक्षक के खिलाफ ABSA के दो रिमाइंडर केबावजूद कार्रवाई नहीं हो सकी है। विभागीय सूत्रों काकहना है कि शिक्षा विभाग के एक अफसर के संरक्षणकी वजह से मातहत आरोपी के खिलाफ कार्रवाईकरने की हिम्मत नहीं जुटा रहे हैं। यह अफसर पूर्व मेंमुरादाबाद में बीएसए भी रह चुका है।मामला बैसिक शिक्षा विभाग में नगर क्षेत्र से जुड़ा है।नगर क्षेत्र की एबीएसए डॉ. वंदना सैनी ने जिला बेसिकशिक्षा अधिकारी को भेजी रिपोर्ट में गांधी पार्क स्कूलके इंचार्ज अध्यापक राहल शर्मा को निलंबित करने कीसिफारिश की थी। इसकी दो वजह एबीएसए ने गिनाईथीं।

एबीएसए का कहना था कि विभागीय शासनादेशों कोताक पर रखकर गांधी पार्क स्कूल के इंचाजे अध्यापकराहुल शर्मा विद्यालय परिसर में वैवाहिक और दूसरेआयोजन कराते हैं। जबकि शासनादेश में ऐसा करनाप्रतिबंधित है।दरअसल गांधी पार्क स्कूुल सिविल लाइंस एरिया मेंप्राइम लोकेशन पर है। ऐसे में यहां आयोजनों के लिएवेन्यू काफी महंगे हैं। एबीएसए ने कहा कि उन्होंने एकबार स्कूल का निरीक्षण किया तो स्कूल में उन्हें पार्टीहोती मिली, जिसमें तंदूर लगे थे। आयोजनकर्ताओं सेपूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्होंने यह आयोजन स्कूलके इंचार्ज अध्यापक राहुल शर्मा की अनुमति से किया है।


इस मामले में एबीएसए का कहना है कि उन्होंने इंचार्जअध्यापक से स्पष्टीकरण मांगा तो उन्होंने बदसलूकी की।निरीक्षण करने के लिए रजिस्टर भी यह कहकर देने सेमना कर दिया कि मैं तुम्हें कुछ नहीं मानता। बीएसए,एबीएसए सब मेरे इशारे पर नाचते हैं। इस मामले मेंएबीएसए डॉ. वंदना सैनी ने राहुल शर्मा के निलंबन कीसिफारिश बीएसए से की थी। लेकिन बीएसए ने इस परकोई एक्शन नहीं लिया।

इस मामले में एबीएसए का कहना है कि उन्होंने इंचार्जअध्यापक से स्पष्टीकरण मांगा तो उन्होंने बदसलूकी की।निरीक्षण करने के लिए रजिस्टर भी यह कहकर देने सेमना कर दिया कि मैं तुम्हें कुछ नहीं मानता। बीएसए,एबीएसए सब मेरे इशारे पर नाचते हैं। इस मामले मेंएबीएसए डॉ. वंदना सैनी ने राहुल शर्मा के निलंबन कीसिफारिश बीएसए से की थी। लेकिन बीएसए ने इस परकोई एक्शन नहीं लिया।

एबीएसए का कहना है कि एबीएसए कार्यालिय कीअलमारियों की चाबियां राहुल शर्मा के पास थीं। जबएबीएसए कार्यालय को नवंबर माह में गांधी पार्क सेदांग स्कूल में शिप्ट किया गया तो पुराने वित्तीय रिकॉर्डगायब मिले। जिसमें प्राथमिक रूप से 5.5 लाखरुपए निकाले जाने की बात अभी तक सामने आई है।कुछ चेक बुक और पुराने वित्तीय रिकॉर्ड नहीं मिलनेपर एबीएसए ने राहुल शर्मा और 2 अन्य के खिलाफएफआईआर दर्ज कराने की अनुमति बीएसए से मांगीथी। लेकिन राहुल शर्मा के रसूख की वजह से एबीएसएको ये अनुमति भी विभाग की ओर से नहीं मिली है। अबइस मामले में एबीएसए ने बीएसए को फिर से रिमाइंडरभेजकर राहुल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने कीपरमिशन मांगी है।पूर्व में एक महिला कर्मचारी से बदसलूकी को लेकर भीराहुल शर्मा के खिलाफ एफआईआर हो चुकी है। इसकेअलावा सरकारी पुस्तकों को रद्दी में बेचे जाने के मामलेमें एक बार उसे सस्पेंड भी किया जा चुका है।इस मामले में आरोपी राहुल शर्मा का पक्ष जानने कीकोशिश की गई, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की।बहरहाल मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गांधी पार्क स्कूलके इंचार्ज अध्यापक राहल शर्मा ने अपने ऊपर ल्गे। कइचाज अध्यापक राहलल ২माआरोपों को निराधार बताया है।मौ दीन पत्रकार ब्यूरो चीफ भोजपुर जिला मुरादाबाद