(रिपोर्टर भूपेंद्र वर्मा)
गढ़मुक्तेश्वर/उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा जल जीवन मिशन योजना के तहत सरकार के द्वारा आम जनमानस की प्यास बुझाने को लेकर ग्रामीण क्षेत्र में पंचायत एवं विधायक कोटे से लगाए गए। सरकारी हैंड पंप अधिकतर खराब पड़े हुए हैं। जो अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहे हैं। ग्रामीण अंचल चल क्षेत्र में सरकारी हैंड पंपों के बोरिंगो में दबंग प्रवृत्ति के लोगों के द्वारा इन पर कब्जा करते हुए समरसेबल की मोटर डाल रखी हैं।
जिसका जीता जागता उदाहरण राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के अपोजिट मकान के बाहर लगे हैंड पंप में देखने को मिल सकता है दूसरा उदाहरण हरोड़ा मोड पर स्थित राव स्वीट के बाहर रतुपुरा प्रधान परवेज की बिल्डिंग के बाहर लगे सरकारी हैंड पंप में समरसेबल की मोटर लगी हुई है। जिसका निजी उपयोग किया जा रहा है। तो वही आम जनमानस की प्यास बुझाने वाला सरकारी हैंड पंप हरोड़ा मोड पर पिछले 6 महीने से खराब पड़ा हुआ है।
और जनता को भारी परेशानी हो रही है। चूंकि ग्रामीण अंचल क्षेत्र का चांदनी चौक कहे जाने वाले हरोड़ा रोड से प्रतिदिन हजारों की संख्या में इस नल के पास से लोगों का आवागमन होता है। जो पीने के पानी को लेकर इधर-उधर भटकते नजर आते हैं। यह हेड पंप खराब अवस्था में पड़ा अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। आखिर सरकारी हैंड पंप में समरसेबल की मोटर डालने वालों पर कार्यवाही के साथ खस्ता हाल में पड़े। सरकारी हेड पंपों की कब होगी मरम्मत।