
मुरादाबाद से राजधानी दिल्ली समेत उत्तर प्रदेश के सभी बड़े शहरों की हवाई कनेक्टिविटी का सपना इस साल हवा में ही रहेगा। 15 मार्च तक कोहरे के कारण पहले ही मुरादाबाद से लखनऊ की फ्लाइट निरस्त है। अब लखनऊ एयरपोर्ट पर रनवे विस्तार के कारण 15 जुलाई तक मुरादाबाद से हवाई जहाज नहीं उड़ पाएगा।अगस्त में शुरू हुई हवाई सेवा नवंबर से बंद है। एक तरफ फ्लाई बिग कंपनी मुरादाबाद के लोगों को लखनऊ के अलावा, भटिंडा, गाजियाबाद, कानपुर, देहरादून की फ्लाइट के सपने दिखा चुकी हैै। दूसरी ओर लखनऊ की फ्लाइट के लिए ही अब चार माह और इंतजार करना पड़ेगा। मूंढापांडे के भदासना स्थित एयरपोर्ट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 मार्च 2024 को वर्चुअल माध्यम से किया था। विज्ञापनउड़ान शुरू होने में पांच महीने लग गए और अगस्त 2024 में पहली बार लखनऊ के लिए फ्लाइट गई। तब से अब तक 45 फ्लाइट ही संचालित हो पाई हैं। शुरुआत में सप्ताह में तीन दिन फ्लाइट संचालित हुई। इसके बाद बढ़ाकर छह दिन किया गया। अंत में विमान न होने के कारण इसे घटाकर तीन दिन ही कर दिया। नवंबर से लगातार बाधाओं के कारण संचालन ठप रहा है। हवाई अड्डे पर एडवांस लैंडिंग सिस्टम न होने के कारण कम दृश्यता में विमान हवा में मंडराता रहा। दो दिन लगातार फ्लाइट को लखनऊ वापस लौटना पड़ा। इसके बाद कोहरे का हवाला फ्लाई बिग ने उड़ान रद्द करने की घोषणा की। सूत्रों का कहना है कि फ्लाई बिग कंपनी के पास पर्याप्त संख्या में विमान नहीं हैं। मुरादाबाद-लखनऊ की फ्लाइट का संचालन लगातार होता रहे, यही काफी है। अन्य शहरों के लिए फ्लाइट शुरू करने के लिए कंपनी को और विमान खरीदने होंगे या कोई ठोस प्लान बनाना होगा, जिससे सीमित विमानों में ज्यादा फ्लाइट संचालित हो सकें। फिलहाल कंपनी ने मुरादाबाद में तैनात स्टाफ को दूसरे हवाई अड्डों पर स्थानांतरित कर दिया है।कुल 99 दिनों तक हुई उड़ान, 86 दिनों से बंदमुरादाबाद से लखनऊ के लिए शुरू हुई हवाई सेवा 99 दिनों तक बहाल रही। 99 दिनों में 45 दिन उड़ान भरी गई। लेकिन इससे ज्यादा दिनों तक फ्लाइट बंद रहेगी। फिलहाल 17 नवंबर 2024 से उड़ान बंद है। जो 15 मार्च तक जारी रहेगा। ऐसे में 86दिनों से बंद हवाई सेवा अभी 33 दिन और बहाल नहीं हो सकी है। जुलाई-अगस्त में बारिश बनेगी बाधाएएआई व फ्लाई बिग कंपनी 15 जुलाई से फ्लाइट संचालित करने का दावा कर रहे हैं। जबकि जुलाई-अगस्त में बारिश उड़ान में बाधा बनेगी। विभागीय जानकारों का मानना है कि अब फ्लाइट का संचालन लंबे समय के लिए टल सकता है। सितंबर-अक्तूबर के बाद फिर कोहरा पड़ने लगेगा।मुरादाबाद एयरपोर्ट पर एडवांस लैंडिंग सिस्टम न होने के कारण फिर संचालन बंद हो जाएगा। जब तक कोहरे में कम दृश्यता के बावजूद फ्लाइट की लैंडिंग कराने के लिए एएलएस नहीं लगेगा, तब तर यात्रियों को लगातार फ्लाइट उपलब्ध नहीं हो पाएगी। एएलएस लगने के बाद 500 मीटर दृश्यता में भी विमान उतारा जा सकता है।लखनऊ एयरपोर्ट पर रनवे विस्तार के कारण मुरादाबाद से फ्लाइट का संचालन 15 जुलाई तक नहीं हो पाएगा। यात्रियों को इसकी सूचना दी जा रही है। मुरादाबाद से बेस फेयर 999 होने के कारण काफी यात्री लगातार सफर करते हैं। – आशीष पाल, एयरपोर्ट डायरेक्टरएक नजर हवाई सेवा पर 10 मार्च 2024 को हुआ था उद्घाटन10 अगस्त 2024 को भरी गई पहली उड़ान17 नवंबर 2024 से हवाई सेवा बंद 15 मार्च 2025 तक कोहरे के कारण फ्लाइट निरस्ततेंदुए को रोकने के लिए लगाई ग्रिलएयरपोर्ट पर दो बार तेंदुआ प्रवेश कर चुका है। हालांकि दोनों बार वन विभाग की टीम ने पिंजरा लगाकर उसे पकड़ लिया। अब पिछले 15 दिन से एयरपोर्ट पर तेंदुए की हलचल नहीं हुई है। एयरपोर्ट पर कैमरों से लगातार निगरानी हो रही है। साथ ही सभी प्रवेश गेट के नीचे लोहे की ग्रिल लगा दी गई है। पक्षियों का रनवे पर प्रवेश रोकने के लिए भी पटाखे आदि छोड़े जा रहे हैं।विज्ञापन