संभल जिले में प्राइमरी स्कूल में खेलते समय लोहे का गेट गिरने से आठ वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। परिजनों ने बिना पोस्टमार्टम कराए शव का अंतिम संस्कार कर दिया। वहीं, ग्रामीणों ने हादसे की वजह स्कूल के विकास कार्य में घटिया सामग्री का उपयोग होने का आरोप लगाया है।

प्राइमरी स्कूल नेहटा में खेलते समय लोहे का गेट गिरने से बबलू के आठ वर्षीय बेटे पिंटू की मौत हो गई। पिंटू गांव के बच्चों के साथ खेल खेल में स्कूल के गेट पर झूल रहा था। उसी समय बेल्डिंग छूटने से गेट गिर गया और नीचे दबने से उसकी मौत हो गई। परिजनों ने बिना पोस्टमार्टम कराए शव का अंतिम संस्कार कर दिया। वहीं, ग्रामीणों ने हादसे की वजह स्कूल के विकास कार्य में घटिया सामग्री का उपयोग होने का आरोप लगाया है। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर जानकारी ली है।बनियाठेर के नेहटा गांव निवासी बबलू कुमार मजदूरी करते हैं। बृहस्पतिवार की दोपहर डेढ़ बजे करीब सबसे छोटा बेटा पिंटू गांव के बच्चों के साथ खेलते हुए प्राइमरी विद्यालय के पास पहुंच गया। यहां विद्यालय में विकास कार्य चल रहा है। गेट खुला होने की वजह से वह बच्चों के साथ लोहे के गेट के एक पल्ले पर झूलने लगा। उसी समय बेल्डिंग छूटने से गेट गिर गया और इसके नीचे पिंटू दब कर घायल हो गया। यह देख बच्चों ने शोर मचाया। यहां मौजूद अध्यापक और मजदूर दौड़कर पहुंचे और उसे बाहर निकाला। प्रधानाध्यापक अशोक मौर्य उसे चंदौसी और फिर मुरादाबाद के अस्पताल में लेकर गए। वहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। हादसे की सूचना पर पुलिस भी पहुंच गई। हालांकि परिवार वालों ने पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया। इसके बाद बालक का अंतिम संस्कार कर दिया। बालक की मौत से परिवार में चीख पुकार मच गई। मां रेखा का रो रोकर बुरा हाल है।ग्रामीण बोले घटिया सामग्री की वजह से हुआ हादसासंविलयन विद्यालय नेहटा में बाउंड्रीवॉल बनाई जा रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि निर्माण कार्य में अनियमितता बरती जा रही है। घटिया सामग्री का उपयोग किया जा रहा है। शिकायत के बाद भी अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। जिस गेट के नीचे दबने से पिंटू की मौत हुई, उसे 15 दिन पहले उखाड़कर दोबारा लगाया गया है। नहीं हुआ था स्कूल में दाखिलामृतक पिंटू के बड़े भाई संजय ने बताया कि आधार कार्ड न होने की वजह से पिंटू का स्कूल में एडमिशन नहीं हुआ था। कई बार आधार कार्ड बनवाने के लिए गए, लेकिन भीड़ अधिक रहने की वजह से नंबर नहीं आया। स्कूल में आधार कार्ड न होने पर प्रवेश लेने से मना कर दिया गया था।स्कूल में लोहे के गेट के नीचे दबने से बालक की मौत हुई है। परिवार वालों ने बिना पोस्टमार्टम कराए अंतिम संस्कार कर दिया। – रामवीर सिंह, प्रभारी निरीक्षक, बनियाखेड़ा.विज्ञापन