रिपोर्टर भूपेंद्र वर्मा
हापुड़/जिला खनन अधिकारी के द्वारा खालसा अर्थ मूवर्स ठेकेदार की गाड़ी इस्तेमाल करने का मामला लखनऊ पहुंचने पर शासन के सचिव ने मांगी रिपोर्ट।
विदित रहे कि जिला खनन अधिकारी लगभग एक सप्ताह पूर्व सिंभावली थाना क्षेत्र अंतर्गत एक जेसीबी मशीन पर कार्यवाही करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार लिखी प्राइवेट बुलेरो गाड़ी संख्या यूपी 37-वाई 9094 बगैर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट में सवार होकर आए थे। जिसके चलते बगैर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट एवं योगी आदित्यनाथ के वीआईपी कल्चर खत्म करने के आदेश के बावजूद प्राइवेट गाड़ी पर उत्तर प्रदेश सरकार लिखकर रोब गालिब करने को लेकर गाड़ी की फोटो सोशल मीडिया की सुर्खियां बनी।
जिस पर तत्काल प्रभाव से संज्ञान लेते हुए यातायात प्रभारी निरीक्षक छविराम के द्वारा इस बुलेरो गाड़ी पर₹5000 का चालान किया गया। मामला हापुड़ से लेकर लखनऊ तक गूंज होने पर शासन के सचिव ने मामले की रिपोर्ट मांगी है। जिसमें गाड़ी का उपयोग करने वाले महत्वपूर्ण पद पर तैनात जिला खनन अधिकारी प्रशांत कुमार और खालसा अर्थ मूवर्स के ठेकेदार कि मुश्किलें बढ़ती जा रही है।
सूत्रों की माने तो जिला खनन अधिकारी का कहना है
कि उन्होंने गाड़ी को किराए पर हायर किया हुआ था। जबकि टैक्सी में चलने वाली गाड़ियों पर टैक्सी का परमिट लागू होने के चलते हाई सिक्योरिटी पीले नंबर प्लेट लगी होती है। तो इस पर बगैर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाकर उत्तर प्रदेश सरकार लिखकर क्यों इस्तेमाल किया जा रहा था। इन सभी तथ्यों के मद्देनजर शासन सचिव के द्वारा इस प्रकरण में रिपोर्ट मांगी गई है। जिस पर जिला प्रशासन के द्वारा कार्यवाही शुरू कर दी गई है।




