मुरादाबाद में कोठीवाल नगर और असालतपुरा केःबीच बह रहे नाले को पाटने की कोशिश की गई। जिसपर स्थानीय लोगों में आक्रोश फैल गया। यह नाला असालतपुरा और कोठीवाल नगर को अलग करताहै। सपा सरकार के दौर में भी इस नाले को पाटने की कोशिश हुई थी। इसके बाद इलाके में तनाव फैल गयाथा। मिली-जुली आबादी होने की वजह से पहले भी कईबार कोठीवाल नगर और असालतपुरा के बीच तनातनी हो चुकी है।मामला नाले के दूसरी ओर असालतपुरा की तरफ स्थित हेमकुंड फर्म से जुड़ा है। यह फर्म एक सरदार कीथी। जिसका मेन गेट असालतपुरा में खुलता है। फर्म.कोठी.वाल नगर और असालतपुरा को अलग करने वाले नाले से सटी हुई है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि फर्म की ये जाली तोड़कर कोठीवालनगर की तरफ रास्ता खोलने की कोशिश की गई।फर्म मालिक ने इसे दूसरे समुदाय के एक युवक को बेचदिया है। युवक के पिता नेता हैं और सपा सरकार के.कार्यकाल में महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं। यदि नाले कोपाट दिया जाए तो इस फर्म को कोठीवाल नगर में एकबड़ी एंट्री मिल जाती है। ऐसे में इस फर्म को खरीदने.वाले नेता के बेटे ने इस नाले को पाटकर कोठीवाल नगरमें रास्ता खोलने की कई बार पहले भी कोशिश की है।बुधवार को भी दोपहर करीब एक बजे फर्म की नाले की.साइड लगी जालियों को हटाकर नाले पर रैम्प बनाने कीकोशिश की गई। इसकी भनक लगते ही कोठीवाल नगरके लोग मौके पर आ गए। तुरंत पुलिस को भी घटनाकी जानकारी दी गई। चौकी इंचार्ज ने मौके पर पहुंचःकर.काम रुकवा दिया। नगर निगम के अधिकारियों को भी.घटना की जानकारी दी गई है।




