मुरादाबाद पुलिस ने खुद को कस्टम अधिकारी बनकर.लोगों के साथ ठगी की वारदात को अंजाम देने वाली.महिला ठग को।गिरफ्तार किया है। महिला ठग ने खुद.को कस्टम अधिकारी बताकर मुरादाबाद की एक महिला.से 94 लाख 78 हजार रुपए की ठगी की थी।आरोपी महिला ने पीड़िता को अमेरिका से पार्सल भेजनेका झांसा दिया और बाद में खुद को कस्टम अधिकारीबताकर पार्सल में कीमती सामान होने की बात बताकरमनी लॉन्ड्रिंग के केस में फंसाने की धमकी दी थी।इस तरह उसने पीड़िता को धमका कर अलग अलग बैंक.खातों में 94 लाख 78 हजार रुपए ट्रांसफर करा लिए ।पीड़िता को जब ठगी का एहसास हुआ तो उसने साइबरथाने में शिकायत दर्ज कराई।साइबर थाना पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर मामला.दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी थी। साइबर थाना.पुलिस ने महिला को गिरफ्तार करने की योजना बनाई।साइबर थाना पुलिस को ठग महिला की दिल्ली में.लोकेशन मिली। जिसके बाद पुलिस टीम दिल्ली के लिए.रवाना हुई।

पुलिस ने आरोपी महिला को.नसम सुनीता को दिल्लीसे गिरफ्तार किया कर लिया। महिला के पास से 1लैपटॉप, 8 मोबाइल, 9 एटीएम कार्ड, 2 चेक बुक,पास.बुक, 6 सिम.कार्ड और 20,570 रुपए बरामद किएगए हैं।1पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपी महिला ने.पुलिस पूछताछ में बताया कि उसने साइबर फ्रॉड काकाम सीखा था। पूर्वोत्तर के लोगों के बैंक खातों काअरेंजमेंट करने का काम करती थी।महिला ने मैट्रिमनी ऐप के जरिए पीड़ित महिला से अपनेअलग अलग खातों में 95 लाख 78 हजार लाख रुपए.ट्रांसफर करा लिए । महिला के खिलाफ पहले से ही दो.मामले दर्ज हैं।आरोपी महिला ने बताया कि आरव सिंह नामक के.व्यक्ति ने पीड़िता को अमेरिका से पार्सल भेजने काझांसा दिया था और बाद में खुद को कस्टम अधिकारी.बताकर ठगी की थी।
आरव सिंह की भूमिका की जांच की जा रही है। आरोपीमहिला ने बताया कि वह एक गैंग के साथ मिलकरसाइबर फ्रॉड का काम करती थी। गैंग के सदस्यअलग-अलग लोगों को ठगते थे और पैसे की निकासीकरते थे।आरोपी महिला ने पुलिस को बताया कि उसने उत्तमनगरमें एक लड़के से मुलाकात की थी, जिसने उसे साइबरफ्रॉड का काम सिखाया था। महिला ने बताया कि वहकम समय में ज्यादा पैसा कमाने के लिए साइबर फ्रॉडका काम करने लगी थी।




