
मुरादाबाद पुलिस ने संभल हिंसा के मास्टरमाइंड औरइंटरनेशनल ऑटोलिफ्टर गैंग के सरगना शारिक साठाके तीन रिसीवरों को पकड़ने में कामयाबी हासिल कीहै। इनके कब्जे से देश के अलग-अलग राज्यों से चोरीकी गई 7 लग्जरी गाड़ियां भी पुलिस ने बरामद की हैं।पुलिस ने शारिक साठा गैंग के 2 अन्य रिसीवरों को भीट्रेस किया है।संभल का रहने वाला मोस्ट वांटेड शारिक साठा संभल.हिंसा का भी मास्टरमाइंड है। उसके खिलाफ संगीन.धाराओं में दर्जनों केस दर्ज हैं। 2020 में पुलिस से.बचने के लिए वो फर्जी पासपोर्ट पर दुबई भाग गया था।मुरादाबाद में पकड़े गए शारिक साठा के रिसीवरों नेपुलिस पूछताछ में बताया है कि शारिक साठा दुबई में.बैठकर ही गैंग को ऑपरेट कर रहा है। हाल ही में पुलिसने उसके खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी कराया है।ऑन डिमांड कारें चोरी करता है शारिक साठा गैंगशारिक साठा गैंग ऑन डिमांड कारें चोरी करने के लिए.कुख्यात है। इसका सीधा मतलब ये है कि कार बाद.में चोरी होती है और खरीदार पहले टोकन देकर गाड़ी.बुक कर देता है। कौन सी गाड़ी चाहिए, किस मॉडल.की चाहिए जैसी डिमांड भी ये गैंग पूरी करता है। ये
गैंग टारगेट करके किसी खास गाड़ी को चोरी करने केलिए भी जाना जाता है । लग्जरी गाड़ियों के इलेक्ट्रानिकसिस्मटम को हैंग करके ये गैंग चुटकियों में कारें चोरीकरता है। राजनीतिक संरक्षण की वजह से शारिक साठाफलता फूलता रहा ।SSP ने 5 राज्यों में भेजीं 7 टीमें, तब पकड़े गए 3रिसीवर.संभल हिंसा के बाद से शारिक साठा गैंग यूपी पुलिस केटारगेट पर है। संभल हिंसा में उसकी भूमिका सामने आचुकी है। मुरादाबाद के SSP सतपाल अंतिल ने शारिकसाठा के गैंग को ट्रेस करके उसकी कमर तोड़ने के लिए7 विशेष टीमों का गठन किया था। इन टीमों को देशके 5 अलग-अलग राज्यों में खाक छाननी पड़ी। इसकेबाद जाकर शारिक साठा के 3 रिसीवर पुलिस के हाथलगे। पुलिस ने शारिक साठा गैंग के रिसीवर राज.कुमार.उर्फ राजू पुत्र ओम.प्रकाश निवासी इग्लास थाना इग्लासजनपद अलीगढ हाल निवासी GF 9877 ओमेक्स सिटीफेस-2 थाना सदर जनपद पलवल (हरियाणा), गगनगौतम पुत्र छोटेलाल निवासी गांव चिरावदा थाना सदर.पलवल जनपद पलवाल हरियाणा और युनूस पुत्र युसूफ.निवासी ए-241 रामेश्वर धाम मुरलीपुरा थाना मुरलीपुरा
जनपद जयपुर (राजस्थान) को गिरफ्तार किया है।नई उम्र के लड़कों को महंगे शौक लगाकर क्राइम कीदलदल में धकेलता हैशारिक साठा स्कूल कॉलेज जाने वाले नई उम्र के लड़कोंको महंगे शौक का चस्का लगवाकर क्राइम की दलदल.में धकेलता है। उसके गैंग में ऐसे कई लड़के मिल जाएंगेजो ठीकठाक घरों से होने के बावजूद गर्लफ्रेंड के खर्चपूरा करने के लिए शारिक साठा के इशारों पर नाचनेलगे। शारिक साठा की खासियत ये है कि पुलिस ने जबकभी भी उसे पकड़ा तो वो पुलिस कस्टडी में पूरे वक्त.खामोश रहा। थर्ड डिग्री देकर भी पुलिस कभी उसका.मुंह नहीं खुलवा सकी। उसके सिर पर कई बड़े नेताओंका हाथ भी बताया जाता है।
मुरादाबाद शहर में भी हैं शारिक के 2 गैंग मेंबरSP सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि मुरादाबाद.में भी शारिक साठा के दो रिसीवर ट्रेस किए गए हैं।इनके नाम महफूज पुत्र महमूद खां निवासी धीमरी.इस्लामनगर निकट मलिक मस्जिद थाना मझोला जनपद.मुरादाबाद और अमन ठाकुर पुत्र जोगेन्द्र निवासी एकता.कालोनी मंडी समिति थाना मझोला जनपद मुरादाबादहैं। ये अभी फरार हैं। पुलिस की टीमें इनकी तलाश मेंसंभावित ठिकानों पर छापामारी कर रही हैं। ये तीनोंशारिक साठा गैंग के द्वारा चोरी की गई गाड़ियों को.मुरादाबाद में रिसीव करते थे। इसके बाद गाड़ियों काइंजन और चेसिस नंबर बदलकर उन्हें आगे गैंग के दूसरेसदस्यों को हवाले कर दिया जाता था।पुलिस ने दिल्ली से चोरी की गईं 7 लग्जरी कारें बरामदकींSSP सतपाल अंतिल ने बताया कि पकड़े गए शारिकसाठा गैंग के तीन सदस्यों के कब्जे से चोरी की 7 लग्जरी.गाड़ियां बरामद हुई हैं। ये सभी गाड़ियां इस गैंग ने दिल्लीसे चोरी की थीं। पूछताछ करने पर गैंग ने बताया किपहली गाड़ी क्रेटा हुन्डई पर फर्जी नंबर प्लेट लगी है। इसेतीन सितंबर को तीनों ने मिलकर इन्द्रानगर दिल्ली सेचोरी किया था।
दूसरी गाडी टोयोटा कम्पनी की फॉरच्यूनर को तीनों नेमयूर इन्कलेव से 11 सितंबर को चोरी किया था। तीसरीगाडी हुन्डई ओरा भी दिल्ली से चोरी की थी। चौथी गाडीमहेन्द्रा स्कार्पियो एन 5 जुलाई को पीतमपुरा दिल्ली से.चोरी की थी। पांचवी गाडी हुन्डई आई-20 रंग सफेदजिस पर फर्जी नम्बर प्लेट UK18 H 5077 लगीइसे भी दिल्ली से चोरी किया था। छटी गाडी अल्काजारगाडी रंग सफेद को भी 26 जून को गैंग ने रोहिणीदिल्ली से चोरी किया थ। सातवीं गाड़ी महेन्द्रा स्कार्पियोएन रंग काला जिस पर फर्जी नम्बर प्लेट HP 24 E4844 लगी है उसे इस गैंग ने एक सितंबर को दिल्ली.जल बोर्ड डी0डी0ए0 फ्लैट के पास दिल्ली से चोरीकिया था।चोरी करते ही बदल देते थे गाड़ी की नंबर प्लेटगैंग ने बताया कि कार चोरी करते ही तुरंत उसकी नंबर.प्लेट बदल दी जाती थी। इसके बाद ईवीएम की कोडिंग.बदलकर चोरी की गई गाड़ियों को किसी एकांत स्थानपर छुपा दिया जाता था। बाद में इन्हें अच्छी कीमत.पर बेच दिया जाता था। गैंग ने कहा कि इसी तरह कईस्थानो से चोरी करके 06 गाडियां मुरादाबाद में महफूज.के कहने पर लबान होटल के पीछे खाली पडी जगह में.छुपाकर खडी कर रखी थीं।
पुलिस को कारों की चाबियां सौंपते हुए गैंग के तीनों.सदस्यों ने बताया कि हम तीनों लोग तो बाहर के रहने.वाले हैं। हमारा साथी महफूज व अमन ठाकुर मौके सेभाग गए थे वो दोनों मुरादाबाद के ही रहने वाले हैं। इनदोनों को ही आगे ये गाड़ियां डिलीवर करनी थीं




