गुलाब देवी की बड़ी मांग: संभल का नाम बदलकर ‘कल्कि नगर’ रखने की अपील, विपक्ष पर साधा निशाना
सभल उत्तर प्रदेश सरकार में माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री गुलाब देवी ने बुधवार को अपने चंदौसी आवास पर जनपद संभल के नाम बदलने की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र भगवान कल्कि के अवतार से जुड़ा है और जहां अवतार होगा, वहां ‘संभल’ नाम होना उचित नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अनुरोध किया कि जनपद का नाम ‘कल्कि नगर’ रखा जाए या किसी अन्य महान व्यक्ति के नाम पर रखा जा सकता है।

मंत्री गुलाब देवी ने कहा कि विपक्ष मुगलिया नामों को महत्व दे रहा है और उनके पास कोई अन्य सहारा नहीं है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा – “जैसे अंधे को लकड़ी का सहारा होता है, वैसे ही उनके लिए मुगलियों का सहारा है।” उन्होंने कहा कि विपक्ष उनका समर्थन कर रहा है, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने विवेक और जनहित के अनुसार नाम रखेंगे
पूर्व इतिहास और राजनीतिक पृष्ठभूमिसंभल जिले का गठन 28 सितंबर 2011 को पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने ‘भीम नगर’ के नाम से किया था। इसमें मुरादाबाद की संभल और चंदौसी तहसील के साथ बदायूं की गुन्नौर तहसील भी शामिल थी। 2012 में सपा सरकार के आने के बाद जिले का नाम बदलकर संभल कर दिया गया। इसके बाद 2017 और 2022 में बीजेपी की सरकारें आईं और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बने, लेकिन जिले का नाम पुनः नहीं बदला गया।
नई राजनीतिक बहस का संकेतबीजेपी सरकार की शिक्षा मंत्री गुलाब देवी द्वारा जनपद का नाम बदलने की मांग उठाने के बाद राजनीतिक गलियारों में नई बहस शुरू हो गई है। मंत्री ने कहा कि जब अन्य शहरों के नाम बदल रहे हैं, तो संभल को भी कल्कि नगर के नाम से जाना जाना चाहिए। उन्होंने जनता की अपील का हवाला देते हुए कहा कि यह कदम क्षेत्रीय और सांस्कृतिक पहचान को मजबूत करेगा।




