संभल से सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क को पुलिस ने बरेली रवाना होने से पहले उनके आवास पर ही रोक दिया। सांसद का कहना है कि अखिलेश यादव के निर्देश पर उनका प्रतिनिधिमंडल पीड़ित लोगों से मिलने जा रहा था, लेकिन प्रशासन ने जानबूझकर रोका। उन्होंने 51 गिरफ्तार लोगों को निर्दोष बताते हुए कहा कि यदि पुलिस के पास सबूत हैं तो वे मीडिया के सामने पेश करे।
सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क को पुलिस ने रोका – फोटो : संवाद
संभल से सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क को बरेली जाने से पहले पुलिस ने उनके दीपा सराय स्थित आवास पर ही रोक लिया। पुलिस अधिकारियों ने उन्हें बरेली में लागू धारा 163 का हवाला देते हुए आगे बढ़ने से मना कर दिया। सांसद ने कहा कि उनका प्रतिनिधिमंडल बरेली में पीड़ित लोगों से मिलने जा रहा था, लेकिन पुलिस प्रशासन ने जानबूझकर रोक लगाई है।सांसद बर्क ने कहा कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रतिनिधिमंडल को बरेली भेजने का निर्णय लिया था ताकि वहां की स्थिति का जायजा लिया जा सके। शनिवार सुबह करीब 11 बजे जैसे ही सांसद अपने कुछ कार्यकर्ताओं के साथ घर से निकले, वैसे ही नखासा और रायसत्ती थाना प्रभारी फोर्स के साथ पहुंच गए और उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया।
इसके बाद सांसद ने अपने आवास पर मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि यह पुलिस प्रशासन की गलत कार्रवाई है। उन्होंने कहा कि बरेली में अब तक करीब 51 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, लेकिन प्रशासन यह नहीं बता पा रहा कि उनका दोष क्या है।सांसद ने सवाल उठाया कि जब तक न्यायालय में मामला जाएगा तब तक निर्दोष लोग जेल में क्यों सड़ेंगे। सांसद बर्क ने कहा कि अगर पुलिस प्रशासन के पास यह सबूत है कि जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है उन्होंने कोई कानून तोड़ा है, तो उन्हें मीडिया के सामने पेश किया जाए।उन्होंने सरकार की नीयत पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह कार्रवाई राजनीतिक दबाव में की जा रही है और निर्दोषों को फंसाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी हमेशा जनता की आवाज उठाती रही है और आगे भी उठाती रहेगी। बरेली की घटना में निर्दोष लोगों को न्याय दिलाने के लिए पार्टी हर स्तर पर संघर्ष करेगी।




