जनपद हापुड़/ सिंभावली शुगर मिल ने गन्ने की कमी के चलते 30 मार्च को बंद करने का दूसरा नोटिस किया जारी
सिंभावली शुगर मिल में 7 दिन से लगातार नो केन की स्थिति जारी है।20 मार्च से सभी गन्ना क्रय केंद्रों एवं मिल गेट पर गन्ने की हो रही है खुली खरीद। आपको बता दें कि सिंभावली चीनी मिल ने बुधवार को दूसरा नोटिस चस्पा किया है।जिसमें उल्लेख किया है कि क्रय केंद्रों के साथ ही मिल गेट से संबंधित सभी किसानों के कलैंडर में बेसिक कोटे/अतिरिक्त सटटे एवं सर्वे के आधार पर खड़े गन्ने की समस्त पर्चियां निर्गत की जा चुकी हैं। इसके अलावा 20 मार्च से सभी क्रय केंद्रों एवं मिल गेट पर गन्ने की खुली खरीद करते हुए चीनी मिल स्टाफ द्वारा गांवों जाकर व्यक्तिगत रुप से भी किसानों से मिलकर समय के अंतर्गत चीनी मिल में गन्ना आपूर्ति करने का अनुरोध किया जा रहा है। वही मुनादी और लाउडस्पीकर द्वारा प्रचार प्रसार भी किया जा रहा है। लेकिन इसके बावजूद भी मिल में गन्ने की उपलब्धता में बढ़ोतरी की बजाए उल्टे कमी आती जा रही है।जिसके कारण छह सात दिनों से गन्ने की कमी चल रही है।जिसके कारण मिल को बार-बार बंद करना पड़ रहा है।मुख्य महाप्रबंधक करन सिंह का कहना है कि मिल का पेराई क्षमता प्रतिदिन 95 हजार कुंतल गन्ने की है।परंतु इसकी तुलना में अब बेहद कम गन्ना मिलने से मिल को बीच बीच में बंद करनी पड़ रही है। उन्होंने बताया कि बीज को छोडक़र कुछ किसानों के पास अभी गन्ना खड़ा हुआ है।जिसे देखते हुए दूसरा नोटिस जारी किया गया है कि वे जल्द से जल्द अपना गन्ना सप्लाई कर दें।अन्यथा तीस मार्च को गन्ने की कमी के कारण मिल का वर्तमान गन्ना पेराई सत्र समाप्त करने के लिए सभी संबंधित विभागीय अधिकारियों को नोटिस भेज दिया गया है। और दूसरा नाटिस जारी किया गया। है कि जल्द से जल्द अपना गन्ना सप्लाई कर दें। अन्यथा तीस मार्च को गन्ने की कमी के कारण मिल का वर्तमान पेराई सत्र स्थाई तौर पर बंद कर दिया जाएगा। साथ ही मुख्य महाप्रबंधक करण सिंह ने बताया कि अगर इसके बाद भी गन्ने की आपूर्ति सुनिश्चित नहीं की गई। तो फिर संबंधित किसान इसके लिए स्वयं जिम्मेदार होंगे।
रिपोर्टर भूपेंद्र वर्मा