जनपद हापुड़/सिंभावली क्षेत्र के टोडलपुर हिम्मतपुर गांवों में सिंथेटिक नकली पनीर बनाने की धक-धक रही भट्टीया खाद्य सुरक्षा औषधि प्रशासन विभाग मौन। गढ़मुक्तेश्वर/ तहसील गढ़मुक्तेश्वर के सिंभावली ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले गांव टोडलपुर, हिम्मतपुर में नकली सिंथेटिक पनीर बनाने वाली भट्टीया कुकरमुत्ते की तरह पनप रही है। और सफेद पनीर के काले कारोबार को बहुत बड़े पैमाने पर नकली घी, सिंथेटिक पनीर दूध माफियाओं के द्वारा अंजाम दिया जा रहा है। खाद्य सुरक्षा औषधि प्रशासन विभाग मौन बना हुआ है।
नकली सिंथेटिक पनीर,घी दुग्ध किन-किन केमिकल्स से किया जा रहा है तैयार
- आपको बता दें कि नकली सिंथेटिक पनीर बनाने के लिए रिफाइंड, यूरिया,एसिड, मिल्क पाउडर इत्यादि केमिकलों का प्रयोग करके तैयार किया जाता है। जो मनुष्य के शरीर में शुगर, थायराइड, कैंसर, आंत्रशोध जौंडिस आदि भयंकर बीमारियों को जन्म देता है।सूत्रों की माने तो सफेद दुग्ध पनीर दही घी का काला कारोबार करने वाले माफियाओं के द्वारा रातों-रात अमीर होने की चाह में सिभावली क्षेत्र में बहुत बड़े पैमाने पर सफेद दुग्ध दही पनीर घी का काला कारोबार बहुत बड़े पैमाने पर संचालित किया जा रहा है। साथ ही इस गोरख धंधे में लिफ्ट एक युवक ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इस गोरख धंधे को संचालित करने के लिए संबंधित विभागीय अधिकारियों से सांठगांठ कर संचालित किया जा रहा है। प्रत्येक माह नजराना प्रस्तुत किया जाता है। पहले गांव टोडलपुर में पनीर बनाने का कारोबार इक्का-दुक्का लोगों के द्वारा किया जा रहा था। लेकिन आज के दौर में आधा दर्जन से अधिक पनीर बनाने की भट्ठियां लगातार धधक रही है। जो नकली सिंथेटिक पनीर घी दूध दही तैयार करके लग्जरी गाड़ियों से हापुड़ ,दिल्ली, गाजियाबाद जैसे एनसीआर क्षेत्र में सप्लाई कर रही है। आखिर मानव जीवन से स्लो प्वाइजन के रूप में खिलवाड़ करने वाले इस गोरख धंधे में लिफ्ट लोगों पर कब कार्यवाही होगी। रिपोर्टर भूपेंद्र वर्मा