जनपद हापुड़/तीर्थ नगरी बृजघाट के घंटाघर की बन्द सुई विकास कार्यों के रुकने का दे रही संदेश. जनपद की तहसील गढ़मुक्तेश्वर तीर्थ नगरी ब्रजघाट में स्थित मोक्षदायिनी पतित पावनी गंगा मैया के तट पर घंटाघर में लगी घड़ी की सुई पिछले कई माह से बंद पड़ी हुई है। जबकि तीर्थ नगरी ब्रजघाट को हरिद्वार की तर्ज पर विकसित करते हुए मिनी हरिद्वार के नाम से जाना जाने लगा है। जहां प्रत्येक पूर्णिमा अमावस्या को लाखों की संख्या में दूर दराज से आकर श्रद्धालु गंगा मैया में स्नान कर पूजा अर्चना करते हुए धर्म लाभ उठाते हैं। वहीं ज्योतिष विद्या वास्तु शास्त्र के अनुसार चलते समय की चाल पर ब्रेक लग जाना घड़ी की सुई बंद हो जाना अशुभ मानी जाती है। घड़ी की सुई रुकना वास्तु शास्त्र के अनुसार विकास कार्यों की प्रगति में बाधा उत्पन्न होने के संदेश देती है। स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि घंटाघर की घड़ी को बंद होने को लेकर नगर पालिका अधिकारियों से कई बार शिकायत की जा चुकी है लेकिन कोई सुनवाई नहीं कर रहा है। अब देखना यह है कि घंटाघर की घड़ी की बंद सुई को कब तक सुचारू कराया जाता है या अपनी बदहाली पर ऐसे ही आंसू बहते रहेगी। रिपोर्टर भूपेंद्र वर्मा