जनपद की तहसील गढ़मुक्तेश्वर के थाना बहादुरगढ़ के गांव में दबंग से त्रस्त आकर वाल्मीकि समाज के पांच परिवार के लोगों ने अपने मकान पर बिक्री करने का इश्तिहार चिपका कर गांव से पलायन करने को मजबूर होने का आरोप लगाया है।बता दें कि बहादुरगढ़ थाना क्षेत्र के गांव पसवाड़ा में 2 दिन पूर्व वाल्मीकि समाज के एक व्यक्ति का सब फांसी के फंदे पर लटका मिला था। जिसको लेकर मृतक की पत्नी ने अन्य समाज के लोगों पर हत्या कर सबको आत्महत्या का रूप देने को लेकर लटकाने का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत की थी। लेकिन पुलिस के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं करने से वाल्मीकि समाज के पांच परिवारों ने गांव से पलायन करने के लिए अपने मकान बिक्री करने का इतिहास चश्पा किया है।
इस मामले को लेकर ग्रामीण दबी जुबान में क्या कहना है
इस मामले को लेकर दबी जवान में ग्रामीणों का कहना है कि जिस पक्ष पर पीड़ित आने अपने पति की हत्या करने का आरोप लगाया है वह दबंग पक्ष है और पुलिस के साथ-साथ राजनीतिक संरक्षण भी प्राप्त है जिसके चलते पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। जिसको लेकर डरे शहर में वाल्मीकि समाज के पांच परिवारों अपने मकान बिक्री कर गांव से पलायन करने को मजबूर है। और अपने मकान को बिक्री करने के लिए इश्तिहार चस्पा कर दिए हैं। वहीं पीड़िता तुलसी का कहना है कि 8 में को उसके पति भोलू 42 वर्ष का घर में फांसी के फंदे पर शव लटका मिला था। जिसमें पीड़िता ने गांव के ही रहने वाले अन्य समाज के चार लोगों पर हत्या कर सबको फंदे पर लटकाने का आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर देकर कानूनी कार्रवाई की मांग की थी। पुलिस के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं करने को लेकर वाल्मीकि समाज के पांच परिवार जिम सतपाल रामशरण लाल गंगासरण और पीड़िता तुलसी ने दबंगों के डर के चलते अपने मकान पर मकान बिक्री करके पोस्टर लगाने के साथ पलायन करने को मजबूर किए जाने की बात कही है।*इस प्रकरण को लेकर क्या कहिन पुलिस अधिकारी*इस मामले को लेकर पुलिस क्षेत्राधिकारी आशुतोष शिवम का कहना है कि मृतक भोलू का पोस्टमार्टम कराया गया था पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हैंगिंग आत्महत्या की पुष्टि हुई है। कानून व्यवस्था बनाए रखने को लेकर दोनों पक्षों को मचल का पाबंद किया गया है। रिपोर्टर भूपेंद्र वर्मा