हापुड़ प्रीत बिहार स्थित भाजपा जिला कार्यालय पर जिला संगोष्ठी आयोजित की गई। आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला उपाध्यक्ष शिवम तोमर ने की। वहीं इस अवसर पर क्षेत्र महामंत्री हरीश ठाकुर ने कहा कि 6 जुलाई 1901 को कलकत्ता के अत्यन्त प्रतिष्ठित परिवार में डॉ॰ श्यामाप्रसाद मुखर्जी जी का जन्म हुआ। उनके पिता सर आशुतोष मुखर्जी बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे एवं शिक्षाविद् के रूप में विख्यात थे। एक विचारक तथा प्रखर शिक्षाविद् के रूप में उनकी उपलब्धि तथा ख्याति निरन्तर बढ़ी डॉ॰ श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने स्वेच्छा से अलख जगाने के उद्देश्य से राजनीति में प्रवेश किया। डॉ॰ मुखर्जी सच्चे अर्थों में मानवता के उपासक और सिद्धान्तवादी थे। कांग्रेस सरकार में वे वित्तमन्त्री बने। इसी समय वे सावरकर के राष्ट्रवाद के प्रति आकर्षित हुए और हिन्दू महासभा में सम्मिलित हुए।पूर्व विधायक कमल मालिक ने कहा कि डॉ॰ मुखर्जी इस धारणा के प्रबल समर्थक थे कि सांस्कृतिक दृष्टि से हम सब एक हैं। इसलिए धर्म के आधार पर वे विभाजन के कट्टर विरोधी थे। वे मानते थे कि विभाजन सम्बन्धी उत्पन्न हुई परिस्थिति ऐतिहासिक और सामाजिक कारणों से थी। वे एक ही भाषा, एक ही संस्कृति और एक ही हमारी विरासत है। परन्तु उनके इन विचारों को अन्य राजनैतिक दल के तत्कालीन नेताओं ने अन्यथा रूप से प्रचारित-प्रसारित किया। इस अवसर पर जिला उपाध्यक्ष शिवोम तोमर जिला महामंत्री पुनीत गोयल मोहन सिंह राजीव सिरोही सुभाष प्रधान विनोद गुप्ता राजीव सिंह मनोज बाल्मिकी दीपक भाटी सुमित पार्चा जगदीश कर्दम राजेश शर्मा सुनील वर्मा पवन गर्ग जिनिंद्र चौधरी अंशुल मित्तल दिनेश त्यागी मनोज तोमर पायल गुप्ता नीलम तेवतिया मुनेश त्यागी ज्योति सिंह
सौदान सिंह मुदित गोयल विजय खरे नत्थू प्रधान राजीव शर्मा अनिरुद्ध कस्तला जतिन साहनी ऋतिक त्यागी अमित शर्मा कैलाश वर्मा व जिला मीडिया प्रभारी सुयश वशिष्ठ समेत अनेक कार्यकर्ता रहे।
रिपोर्टर भूपेंद्र वर्मा
