(रिपोर्टर भूपेंद्र वर्मा)
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के द्वारा ग्रामीण अंचल क्षेत्र से लेकर शहरी क्षेत्र तक जनता जनार्दन को शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने को लेकर जो योगी सरकार के द्वारा धरातल पर बुनियादी ढांचा तैयार किया जा रहा है। वही इन विभागों में तैनात अधिकारी एवं कर्मचारी पलीता लगाने में पीछे नहीं है। जिसका जीता जागता उदाहरण जनपद हापुड़ के स्वास्थ्य विभाग और शिक्षा विभाग में खुलेआम देखने को मिल रहा है। कहीं आंगनबाड़ी केन्द्रों पर ताले लटके हुए हैं। तों कहीं विद्यालयों में अध्यापक अध्यापिकाएं टाइम से नहीं आ रहे हैं। और स्वास्थ्य विभाग हापुड़ का हो तो क्या कहने इस स्वास्थ्य विभाग में नवजात शिशु का शव देने के नाम पर अवैध वसूली की जाती है। तो कभी मेडिकल हल्का भारी बनाने के नाम पर भी सुविधा शुल्क की मांग करने के मामले को लेकर सुर्खियों में रहा हैं। जबकि योगी सरकार के द्वारा ग्रामीण अंचल क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर बनाने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों की देख रेख में खोले गए आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में ताले लटके हुए हैं। तो कही आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में चिकित्सक टाइम से नहीं पहुंच पा रहे हैं। इन सभी तथ्यों के मद्देनजर योगी सरकार के बुनियादी ढांचे को इन विभागों में तैनात अधिकारी कर्मचारी बैखौफ होकर खुलेआम पलीता लगा रहे हैं।