(रिपोर्टर भूपेंद्र वर्मा)
गढ़मुक्तेश्वर/हापुड़ पिलखुआ विकास प्राधिकरण वीसी डॉ नितिन गौड़ के द्वारा जनपद में बगैर नक्शा स्वीकृत अवैध भवनों के निर्माण पर रोक लगाने के आदेश हो रहे बैमाने साबित।
आपको बता दें कि हापुड़ से लेकर तीर्थ नगरी ब्रजघाट तक नेशनल हाईवे के दोनों साइड सहित पुराने एन एच-9 एवं हरोड़ा मोड, बक्सर में अवैध कॉलोनाइजरों के द्वारा काटी गई। कॉलोनियों में हापुड़ पिलखुआ विकास प्राधिकरण से बगैर नक्शा स्वीकृत के कमर्शियल भवन निर्माण की बयार बह रही है। और यह सभी अवैध निर्माण हापुड़ पिलखवा विकास प्राधिकरण के अधिकारियों को नजर नहीं आ रहे हैं। और अवैध निर्माण करने वाले रातों-रात बैखौफ होकर बगैर नक्शा स्वीकृत के भवनों का निर्माण कर खड़ा करने में लगे हुए हैं। जिसका जीता जागता उदाहरण सिंभावली में सर्विस लाइन पर देखने को मिल रहा है।इन सभी तथ्यों के मद्देनजर हापुड़ पिलखुवा विकास प्राधिकरण के अधिकारियों की सरपरस्ती कहा जाए या अनदेखी।
सूत्रों की माने तो बगैर नक्शा स्वीकृत के चल रहे अवैध कमर्शियल दुकानों एवं भवनों के निर्माण हापुड़ पिलखुवा विकास प्राधिकरण अधिकारियों के लिए दुधारू गाय साबित हो रहे हैं। वही इन अवैध बगैर नक्शा स्वीकृत निर्माण भवनों की गहनता से निष्पक्ष जांच की जाए तो हापुड़ पिलखुवा विकास प्राधिकरण को प्रत्येक माह लाखों रुपए के राजस्व का चूना लगाने के मामलों खुलासा होगा। ऐसे निर्माण से प्राप्त धनराशि की वसूली बगैर किसी दस्तावेजों में लेखा-जोखा दर्शाने के सीधे अधिकारियों की जेब में जाती है। जिसको लेकर अधिकारियों के द्वारा इन निर्माणाधीन इमारतों पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। और साथ ही यदि किसी शिकायतकर्ता के द्वारा शिकायत की जाती है तो अपने बचाव को लेकर चालान करने की कार्यवाही कर मामले की लीपापोती के साथ इतिश्री कर दी जाती है।