
राजकीय संप्रेक्षण गृह मुरादाबाद – फोटो : बिजनौर के तीन किशोर राजकीय संप्रेक्षण गृह के शौचालय का रोशनदान तोड़कर भाग निकले, जिससे हड़कंप मच गया। कर्मचारियों ने तलाश के बाद पुलिस को सूचना दी। 20 घंटे बाद सोनकपुर ओवरब्रिज के पास से तीनों किशोर बरामद कर फिर से संप्रेक्षण गृह भेज दिए गए।राजकीय संप्रेक्षण गृह यानी बच्चा जेल के शौचालय का रोशनदान तोड़कर तीन किशोर भाग गए। घटना से संप्रेक्षण गृह के कर्मचारियों में हड़कप मच गया। कर्मचारी पहले तो किशोरों की तलाश करते रहे, लेकिन सफलता नहीं मिली तो पुलिस को सूचना दी। करीब 20 घंटे बाद शनिवार दोपहर सवा दो बजे तीनों किशोरों को सोनकपुर ओवरब्रिज के पास से पुलिस ने पकड़ लिया।उन्हें दोबारा बच्चा जेल भेज दिया गया। सिविल लाइंस के फकीरपुरा स्थित राजकीय संप्रेक्षण गृह में 107 किशोर बंद हैं। इनमें बिजनौर के भी तीन किशोर हैं। एक किशोर बिजनौर के नजीबाबाद, दूसरा बिजनौर देहात क्षेत्र और तीसरा किशोर बिजनौर के नगीना देहात थाना का रहने वाला है।तीनों किशोर शुक्रवार शाम संप्रेक्षण गृह के शौचालय में लगे रोशनदान का सरिया तोड़कर भाग गए। शुक्रवार शाम 6:15 बजे संप्रेक्षण गृह के कर्मचारियों ने किशोरों की गिनती शुरू की, तब पता चला कि तीन किशोर कम हैं। इसके बाद तीनों की तलाश की गई। शौचालय में जाकर देखा तो रोशनदार का सरिया टूटा पड़ा था। इस घटना से हड़कंप मच गया। संप्रेक्षण गृह प्रभारी अजय कुमार सक्सेना ने सिविल लाइंस थाने में केस दर्ज कराया। इसके बाद पुलिस किशोरों की तलाश में जुट गई। पुलिस टीम बिजनौर भेजी गई। शनिवार दोपहर करीब सवा दो बजे तीनों किशोर सोनकपुर ओवरब्रिज के पास से बरामद हो गए।पुलिस ने तीनों किशोरों को सोनकपुर ओवरब्रिज के पास से बरामद किया तो उन्होंने पूछताछ में बताया कि वह पुल के नीचे छप गए थे। अब रात होने का इंतजार रहे थे। इससे पहले ही उन्हें पकड़ लिया गया। 107 किशोरों की सुरक्षा में पांच होमगार्ड और एक सिपाहीराजकीय संप्रेक्षण गृह में न तो ठीक ढंग से साफ-सफाई होती और न ही सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम हैं। जिस शौचालय का रोशनदान तोड़कर किशोर भागे थे वह शौचालय की संप्रेक्षण गृह की चहारदीवारी के बाहर बना है। इसके कारण किशोर आसानी से भाग गए। इससे पहले भी किशोर यहां से भाग चुके हैं।बावजूद इसके न तो निगरानी बढ़ाई गई और न ही शौचालय को संप्रेक्षण गृह के अंदर बनाया गया। फकीरपुरा स्थित राजकीय संप्रेक्षण गृह में मुरादाबाद के अलावा अमरोहा, बिजनौर, रामपुर और संभल के 107 किशोर बंद हैं, जबकि क्षमता 100 किशोरों की है। इन किशोरों की निगरानी के लिए पांच होमगार्ड और एक सिपाही की ड्यूटी रहती है।साफ-सफाई पर भी ज्यादा ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसके अलावा किशोरों के लिए शौचालय नहीं है। नगर निगम की ओर से संप्रेक्षण गृह के पास सार्वजनिक शौचालय बनाया गया था। इस शौचालय को किशोर इस्तेमाल रहे हैं। संप्रेक्षण गृह से एक दरवाजा शौचालय के लिए खोल दिया गया है।इसी दरवाजे के जरिये किशोर शौचालय आते हैं। इसी का फायदा उठाकर तीनों किशोर शौचालय के रोशनदान का सरिया तोड़कर भाग गए। विज्ञापनों मौ दीन पत्रकार ब्यूरो चीफ भोजपुर जिला मुरादाबाद