जनपद हापुड़/जिले में कुकरमुत्ते की तरह पनप रहे ओयो बनाम अय्याशी के अड्डे। जिले में ओयो बनाम अय्याशी के अड्डे कुकरमुत्ते की तरह पनप रहे हैं। इन अय्याशी के अड्डों का संचालन करने वालों को प्रशासनिक कार्यवाही का जरा भी नहीं है खौफ। ओयो होटल संचालकों के हौसलों का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सराय एक्ट का लाइसेंस से संबंधित मानक नहीं होने पर प्रशासन के द्वारा नोटिस जारी करने के बावजूद भी इनके द्वारा होटलों को बैखौफ होकर संचालित किया जा रहा है।आपको बता दें कि जिले में बगैर सराय एक्ट लाइसेंस के संचालित ओयो होटल अय्याशी के अड्डों के रूप में संचालित किए जा रहे हैं। और रातों-रात अमीर होने की चाह में ओयो होटल संचालकों के द्वारा बहुत बड़े पैमाने पर गर्म गोश्त की जिस्मफरोशी का गोरख धंधा करते हुए अपने गोरख धंधे को बखूबी अंजाम दिया जा रहा है। और आज तक लगभग जितने भी स्कूली छात्राओं के साथ रेप से जुड़े संबंधित मामले उजागर हुए हैं। सभी मामलों को इन्हीं ओयो होटलों में अमली जामा पहनाया जाता है। क्योंकि होटल मैनेजर के द्वारा कपल्स को एक हजार से 15 सौ रुपए में बगैर आईडेंटिटी प्रूफ किये कमरा उपलब्ध करा दिया जाता है। और कपल्स के द्वारा रंगरलिया बनाने के उपरांत रिसेप्शन पर हैंडल करने वाले युवक को टिप्स के रूप में कपल्स से अच्छी खासी राशि मिल जाती है। अब देखना यह है कि जिले में पनप रहे। इन अय्याशी के अड्डों पर पुलिस प्रशासन कब और कितनी सख्त कार्रवाई कर पता है।रिपोर्टर भूपेंद्र वर्मा