आज किसानों द्वारा अपनी मांगों को लेकर दिल्ली कूच का ऐलान किया गया था। जिसमें शामिल होने के लिए भाकियू इंडिया के साथी पदाधिकारियों/कार्यकर्ता राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री संदीप तितौरिया के नेतृत्व में सुबह 5 बजे ही अपनी निजी गाड़ियों से पहुंच गये थे। किसानों के दिल्ली कूच ऐलान से सरकार घबरा गई और दिल्ली नोएडा बार्डर पर बेरिकेडिंग करवा दी।
श्री तितौरिया ने प्रैस से कहा कि एक तरफ उपराष्ट्रपति किसानों से बातचीत के लिए दरवाजे खोलने हेतु केन्द्र सरकार को परामर्श देते है और दूसरी ओर केन्द्र व प्रदेश सरकारें किसानों के रास्ते में कांटे बिछाते है, बेरिकेडिंग लगाते है।
किसान 10 फीसदी आबादी भूखंड पर 64.7 प्रतिशत अधिक मुआवजे की मांग कर रहे हैं। इसको लेकर स्थानीय प्रशासन के स्तर पर सुनवाई नहीं होने के बाद ही किसानों को दिल्ली कूच करने का निर्णय लेना पड़ा है। किसान 10 फीसदी आबादी भूखंड, 64.7 फीसदी अधिक मुआवजा और नए भूमि अधिग्रहण कानून 2013 के सभी लाभ दिए जाने की मांग कर रहे हैं। किसानों की मांग है कि 10 प्रतिशत आबादी प्लॉट का निर्धारण किया जाए।
इसके अतिरिक्त किसान संगठन सभी लम्बित मांगों को भी पूरा करने हेतु काफी इंतजार कर चुके है। यदि सरकार इन सभी मांगों को नहीं मानती तो किसान संयुक्त मोर्चा द्वारा जो भी निर्णय लिया जायेगा भारतीय किसान यूनियन इंडिया उसे पूर्ण समर्थन देगी व आंदोलन में भी शामिल होगी।
दिल्ली जाने वालों में राष्ट्रीय महासचिव धर्मेन्द्र गुर्जर, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महेन्द्र गुर्जर व देव नागर, अंकुर चपराणा, सरदार अमनदीप सिंह, डा0 संजीव अग्रवाल, ओमकार यादव, काशिफ मंसूरी, महताब अल्वी, ठाकुर विकास आदि शामिल रहे।
सम्पादक श्री मुहीत चौधरी जी