जनपद हापुड़/गढ़मुक्तेश्वर तहसील में कृषि भूमि को आवासीय में बिना दर्ज कराएं चल रहा अवैध प्लाटिंग का गोरखधंधा सरकार को लगा रहे लाखों रुपए के राजस्व का चूना भोली भाली जनता को अपने चुंगल में फंसा रहे प्रॉपर्टी डीलर
गढ़मुक्तेश्वर तहसील में कृषि भूमि को बगैर आवासीय दर्ज कारण अवैध प्लाटिंग करने का गोरख धंधा प्रॉपर्टी डीलरों के द्वारा खूब फल फूल रहा है। सूत्रों की माने तो गढ़मुक्तेश्वर और सिंभावली में कई स्थानों पर वर्तमान में कृषि भूमियों पर आवासीय में बिना दर्ज कराएं धड़ल्ले से प्लाटिंग का कार्य जोरों पर चल रहा है। जिसमें सरकार को भी प्रतिवर्ष लाखों रुपए के राजस्व का चूना लगा रहे हैं। वहीं क्षेत्र की भोली भाली जनता इधर-उधर से पैसे एकत्रित कर प्लॉट खरीद लेती है।उसके बाद मकान व दुकान बनाते समय अपने को ठगी महसूस करने का एहसास तब होता है। जब एचपीडीए के अधिकारी संज्ञान लेते हुए नक्शा स्वीकृत नहीं होने के चलते कार्यवाही करते हैं।जिससे प्लॉट खरीदने वाले को काफी समस्या होती है।प्रॉपर्टी डीलर रातों-रात अमीर बनने की चाहत में इस तरह के कार्य को धड़ल्ले से अंजाम दे रहे हैं। और अधिकारी अपनी आंखे मूंदे हुए हैं। प्रशासन का डंडा केवल प्लॉट खरीदने के बाद चलता हुआ दिखाई देता है।बता दें कि प्रॉपर्टी डीलरों के द्वारा कृषि भूमि पर प्लाटिंग के बैनामे करने के दौरान स्टांप चोरी भी की जाती है।ऐसा करने वालों पर तहसील प्रशासन का बहुत जल्द डंडा चलने वाला है।एसडीएम अंकित वर्मा का कहना है कि इस तरह का मामला सामने आता है।तो उचित कार्यवाही की जाएगी।प्लाटिंग का बैनामें में स्टांप चोरी करने वालों को किसी भी हाल में बक्सा नहीं जाएगा।
रिपोर्टर भूपेंद्र वर्मा
