AIMIM के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने सनातन धर्म और ब्राह्मण समाज को लेकर एक विवादित बयान देकर सबका ध्यान खींचा है। मुरादाबाद में मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने दावा किया कि दुनिया का पहला इंसान आदम अली था और सनातन धर्म सीधे आकाश से प्रकट हुआ।
उनके इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने मुरादाबाद में एक बयान देकर सनसनी फैला दी है. उन्होंने बाबा बागेश्वर के नाम से मशहूर धीरेंद्र शास्त्री पर निशाना साधते हुए उन्हें “नकली हिंदू” करार दिया और कहा कि उनका अतीत मुसलमान का है. शौकत अली का यह बयान धार्मिक और सामाजिक माहौल को गरमाने की संभावना जताई जा रही है.
मुरादाबाद में आयोजित एक जनसभा के दौरान शौकत अली ने कहा, “मुझे लगता है कि धीरेंद्र शास्त्री नकली हिंदू हैं. उनका अतीत मुसलमान था.” उन्होंने दावा किया कि अगर कोई धर्म की शुरुआत की बात करे, तो यह मानना चाहिए कि पहला इंसान आदम अली सलाम थे, जिनके बाद मां हव्वा आईं और इंसानियत की शुरुआत हुई. अली ने धीरेंद्र शास्त्री से सनातन धर्म का मतलब समझाने की चुनौती देते हुए कहा, “सनातन धर्म उसे कहते हैं जो सीधा आसमान से उतरा हो. धीरेंद्र शास्त्री को वेदों की जानकारी नहीं है.”
शौकत अली ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि पंडित धीरेंद्र शास्त्री पहले ये बता दें कि सनातनी का अर्थ क्या होता है. सनातनी का मतलब हिंदू होता है या हिंदू मतलब सनातन होता है. सनातनी बोलते किसको हैं. सनातन धर्म उसे बोलते हैं जो सीधे आसमान से उतरा हुआ धर्म. अगर उन्हें चारों वेदों का ज्ञान है तो वे पढ़ लें उसमे अल्लाह का जिक्र है या नहीं. लेकिन धीरेन्द्र शास्त्री द्विवेदी, चतुर्वेदी या त्रिवेदी हैं तो उनका गुरुकुल में एडमिशन है, वरना उनका एडमिशन नहीं है, मिश्रा, शुक्ल इनका एडमिशन नहीं है. बाहर जो वेद पढ़ते हैं उनमें अंतर है. सरकार ने उनको छोड़ा हुआ है. कैसे हिंदू राष्ट्र बनाएंगे. ये लोग देश में अफरा-तफरी का माहौल बना रहे हैं. ऐसे लोगों को जेल की सलाखों के पीछे डालना चाहिए.
AIMIM नेता ने आगे आरोप लगाया कि सरकार ने धीरेंद्र शास्त्री को अनदेखा किया है, और अब वे हिंदू राष्ट्र की मांग कर रहे हैं. उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “अगर मैं कह दूं कि मैं मुस्लिम राष्ट्र बनाऊंगा, तो आप लोग मुझ पर मुकदमा दर्ज कर देंगे.” इस बयान ने धार्मिक भावनाओं को भड़काने का खतरा पैदा कर दिया है, जिससे इलाके में तनाव की आशंका बढ़ गई है.
शौकत अली के बयान के बाद मुरादाबाद में मिश्रित प्रतिक्रियाएं देखी जा रही हैं. कुछ लोगों ने इसे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला बताया, जबकि AIMIM समर्थकों ने इसे धार्मिक नेताओं की आलोचना का हक करार दिया. स्थानीय प्रशासन ने स्थिति पर नजर रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया है. धीरेंद्र शास्त्री के समर्थकों ने इस बयान की निंदा की है और उचित कार्रवाई की मांग की है.
जिला प्रशासन ने इस बयान को गंभीरता से लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है. पुलिस ने शांति बनाए रखने की अपील की है और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सतर्कता बढ़ा दी गई है. अधिकारियों का कहना है कि अगर बयान से सामाजिक सौहार्द बिगड़ता है, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी.




