जनपद हापुड़/खाद्य सुरक्षा विभाग की कूटू का आटा खाने से 22 लोगों के बीमार होने पर टूटी कुंभकरण की नींद
जनपद की तहसील गढ़मुक्तेश्वर में कुट्टू के आटे से बने भोजन के खाने से 22 लोगों के बीमार होने की सूचना से खाद्य सुरक्षा विभाग की टूटी कुंभकरण की नींद। और कूटू का आटा बेचने वाले दुकानदार के विरुद्ध दुकान को सील करने की कार्यवाही कर आला अधिकारियों की वाह वाही लूटने का काम शुरू कर दिया है। बता दें कि जनपद में खाद्य पदार्थों में मिलावट खोरी करने वालों के हौसले बुलंद हैं। चूंकि गत दिनों भी सिभावली क्षेत्र में ब्रांडेड कंपनी मधुसूदन के नाम पर नकली दही देशी धी बनाकर लोगों को जहर परोसने वाली अवैध कंपनी का सिंभावली पुलिस के द्वारा भंडाफोड़ किया गया था। जिसमें खाद्य सुरक्षा विभाग के द्वारा मात्र सैंपलिंग कर अपनी इतिश्री कर दी गई थी। इसी क्रम में गढ़मुक्तेश्वर क्षेत्र में मिलावटी कूटू के आटे से बनाई गई पकौड़ियां खाने से 22 लोगों के बीमार होने से प्रशासन में हड़कंप मच गया। जिस पर खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों के द्वारा आनन-फानन में कार्यवाही करनी शुरू की गई है। वही इस मामले को लेकर अपर जिलाधिकारी श्री संदीप कुमार ने बताया कि तहसील गढ़मुक्तेश्वर मे कल कुट्टू के आटे से बने भोजन को खाने से आज 22 लोगो के बीमार होने की सूचना प्राप्त हुई। जिस पर जिलाधिकारी महोदया प्रेरणा शर्मा ने तत्काल संज्ञान लेते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी से सभी बीमार व्यक्तियो को अस्पताल मे भर्ती कराने के निर्देश दिये। इसके पश्चात मुख्य चिकित्सा अधिकारी संजीव त्यागी द्वारा तत्काल समस्त बीमार व्यक्तियों को नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गढ़मुक्तेश्वर में भर्ती कराया गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में कोई भी व्यक्ति गंभीर रूप से बीमार नहीं है। तथा बीमार व्यक्तियों को चिकित्सकों के देखरेख में रखा गया है।इसके अलावा जिलाधिकारी ने खाद्य सुरक्षा अधिकारी से कुट्टू आटा विक्रेता सोनू पुत्र राजेंद्र कुमार गुरुद्वारा के पास निकट पुरानी पुलिस चौकी बृजघाट की दुकान की जांच करने के निर्देश दिए। खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि जांच के पश्चात कुट्टू के आटा विक्रेता की दुकान को कार्यवाही करते हुए को सील कर दिया है। जिलाधिकारी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी से सभी बीमार व्यक्तियों के स्वास्थ्य पर कड़ी नजर बनाए रखने के निर्देश दिए।
रिपोर्टर भूपेंद्र वर्मा
