जनपद हापुड़/राम भरोसे हिंदुस्तान अनपढ़ को ना सांसद भेजो वरना सदा रहेगा देश गुलाम आज पूरे देश में राम के नाम की लहर चल रही है। और इसी भरोसे राम के नाम पर हिंदुस्तान चल रहा है। बुजुर्गों के सारे मुहावरे और सटीक हो रहे। उनका शुरू से ही कहना रहा है की राम भरोसे हिंदुस्तान अनपढ़ को ना सांसद भेजो वरना सदा रहेगा देश गुलाम जब सासद अनपढ़ होगा। तो अपने लोकसभा क्षेत्र की आवाज को पूर्ण रूप से संसद में नहीं उठा सकता।और ना ही क्षेत्र में विकास करा सकता है। जिसका उदाहरण अमरोहा लोकसभा वासियो को 2014 में भाजपा के टिकट पर चौधरी कंवर सिंह को लोकसभा का चुनाव जिताकर झेलना पड़ा है। लेकिन आज सोशल मीडिया का दौर है युवा वर्ग अपने अच्छे बुरे को भली भांति पहचानता है। जिसको लेकर अमरोहा लोकसभा क्षेत्र के सम्मानित मतदाताओं का कहना है कि भाजपा प्रत्याशी पांच वी पास है। अचूक दौलत होने के चलते पार्टी के फंड में अच्छा खासा चन्दा देकर पैंट बनाते हुए टिकट के दावेदार बने हैं। जिन्होंने 2014 में सांसद रहते अमरोहा लोकसभा क्षेत्र कोई विकास कार्य नहीं किया। तो इस बार जीत कर क्या विकास कार्य कर पाएंगे।मोदी और योगी जी के कंधे पर बंदूक रखकर चुनाव जीतने का प्रयास कर रहे हैं।मोदी और योगी अशिक्षित लोगों को बढ़ावा दे रहे हैं।जबकि सम्मानित शिक्षित गुर्जर जाति के प्रधानाचार्य सुरेश चंद नागर अमरोहा लोकसभा से टिकट की मांग कर रहे थे। लेकिन राजनीति में राम श्याम दंड भेद सारे अपनायें जाते हैं। और एक कहावत है कि बाप ना भैया सबसे बड़ा रुपैया। उन्हें इसलिए टिकट नहीं मिला कि वह पार्टी फंड को पूरा कर पाने में पार्टी हाई कमान को असमर्थ नजर आए।गुर्जर जाति के क्षेत्रीय व्यक्ति को लोकसभा चुनाव का टिकट न देकर अमरोहा लोकसभा क्षेत्र के लोगों का अपमान किया गया है।2014 में चुनाव जीतने के लिए चौ कंवर सिंह तंवर ने बहुत सारे किए वादे परंतु लोकसभा अमरोहा का चुनाव जीतने के बाद सारे वादे भूल गए। इसमें प्रत्याशी चौधरी कंवर सिंह तंवर का कोई कसूर नहीं है। बुजुर्गों की यहां पर सारी मिसाल सटीक बैठती है। बुजुर्गों का कहना है गंगा और यमुना के बीच का यह क्षेत्र है। इसमें बाहर का प्रत्याशी जीतेगा और जीत कर चला जाएगा। विकास के लिए यह क्षेत्र अपनी बदहाली पर आंसू बहाता रह जाएगा। रिपोर्टर भूपेंद्र वर्मा