जनपद हापुड़/जिले में मिट्टी खनन माफियाओ के हौंसले बुलंद कार्यवाही करने को लेकर प्रशासन हो रहा बौना साबित. जिले मिट्टी खनन माफियाओं के हौसलों के आगे प्रशासन हो रहा बौना साबित। मिट्टी खनन माफियाओं को प्रशासन के द्वारा की जाने वाली कार्यवाही का जरा भी खौफ नहीं है।गंगा एक्सप्रेसवे के भराव की आड़ में मिट्टी खनन माफिया रातों-रात कर रहे हैं अवैध प्लाटिंग का भराव। शाम ढलते ही मिट्टी खनन माफिया अपने गोरख धंधे को अमली जामा पहनाने की फिराक में लग जाते हैं। और रात्रि में 10:00 बजे से लेकर सुबह 4:00 बजे तक अपने गोरख धंधे को जेसीबी मशीन और डंपर ट्रकों के माध्यम से दे रहे हैं अंजाम।सूत्रों की मानें तो मिट्टी खनन का यह गोरख धंधा खाकी और खादी के संरक्षण में पनप रहा है। योगी सरकार के मिट्टी खनन माफियाओं के गोरख धंधे पर रोक लगाने के आदेशों को सत्ताधारी पक्ष के लोग ही धत्ता बताते हुए इस गोरख धंधे को अंजाम दे रहे हैं। जिसके चलते यहां पर यह कहावत चरितार्थ होती है कि सैया भायै कोतवाल तो डर काहे का जब इस मिट्टी खनन के अवैध गोरख धंधे पर रोक लगाने को लेकर रक्षक ही भक्षक बने हुए हैं। तो फिर कैसे लगेगी लगाम। देखने योग्य बात यह है कि हापुड़ से लेकर तीर्थ नगरी ब्रजघाट तक बहुत बड़े पैमाने पर मिट्टी खाना माफियाओं के द्वारा अवैध प्लाटिंग का भराव किया जा रहा है। जबकि इन मिट्टी खनन माफियाओं के द्वारा मध्य गंग नहर से मिट्टी उठाकर हाईवे पर डालने की परमिशन की आड़ में बक्सर नहर रेगुलेटर के पास से होकर गुजर रहे मुरादाबाद एक्सप्रेसवे की साइड में कई अवैध प्लाटों में 1 फुट से लेकर 12 फीट तक गहराई के प्लाटों का भराव रात्रि में बहुत बड़े पैमाने किया जा रहा है। हाईवे से प्रतिदिन गुजरने वाले प्रशासन के आला अधिकारियों को यह अवैध प्लाटिंग के भराव नजर नहीं आ रहे हैं। इन सभी तथ्यों के मद्देनजर अवैध मिट्टी खनन माफियाओं के आगे जिला प्रशासन कार्यवाही करने को लेकर बौना साबित हो रहा है। रिपोर्टर भूपेंद्र वर्मा