गढ़मुक्तेश्वर/सिंभावली शुगर मिल पर भारतीय किसान यूनियन और किसानों का गाने के बकाया भुगतान पर रोक लगाने को लेकर चलाया जा रहा है निश्चित कालीन धरना बैंक रिसीवर के बैक फुट पर आने के और 10 करोड रुपए की भुगतान किसानों के खाते में भेजने के आश्वासन पर पांचवें रोज हुआ स्थगित।
बता दे कि बैंक रिसीवर के द्वारा किसानों के खाते में भेजे गए भुगतान पर बैंकों में रोक लगाने के चलते पीड़ित किसानों ने भारतीय किसान यूनियन के साथ मिलकर सिंभाली शुगर मिल पर अनिश्चितकालीन धरना शुरूकिया। धरने की खबर हाई कोर्ट पहुंचने पर आईआरपी बैंक रिसीवर अनुराग गोयल को कोर्ट ने लगाई फटकार किसानों की तरफ से डाली गई रिट के आधार पर ने किसानों के बकाया गन्ना भुगतान पर लगी रोक हटाई पूर्व में कोर्ट के दिए आदेशानुसार ही होगा बकाया किसानों का गन्ना भुगतान। वही पांचवें रोज चल रहे। अनिश्चितकालीन धरना स्थल पर आकर शुगर मिल अधिकारियों के द्वारा किसानों को अवगत किया गया कि कोर्ट के आदेश पर आईआरपी को झुकना पड़ा है ।और किसानों के बैंक खातों पर लगी रोक को हटा दिया गया है।और गन्ना भुगतान शुरू कर दिया गया है। जिसके आश्वासन पर चल रहे अनिश्चित कालीन धरने को स्थगित कर दिया गया।
भाकियू जिला अध्यक्ष दिनेश खेड़ा ने जानकारी देते हुए बताया है कि आज पांचवे दिन भी धरना जारी था। इसी बीच सिंभावली शुगर मिल के सीजीएम कर्णसिंह अपनी टीम के साथ किसानों के बीच धरने पर पहुंचे। और किसानों को अवगत कराया कि आपके लगातार चल रहे। धरने और कोर्ट के आदेश पर आईआरपी बैंक रिसीवर ने मान लिया है कि पहले किसानों को प्राथमिकता दी जाएगी। बाकी शुगर मिल को भी देखा जाएगा और बैंक खातों पर लगी रोक हटा दी गई और किसानों का गन्ना भुगतान आज से ही शुरू हो जाएगा। इसके साथ जिला अध्यक्ष ने यह भी कहा कि सिंभावली शुगर मिल पर बैंक का ब्याज छोड़ा जाएगा। तो किसान भी अपना ब्याज छोड़ने को तैयार है। साथ ही उन्होंने प्रिन्ट व इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया का भी ह्रदय से आभार किया है। क्योंकि किसानों की आवाज को मीडिया ने ही अनुराग गोयल एवं माननीय न्यायालय तक आवाज पहुंचाई तब कही किसान अपनी लड़ाई जीत पाए है।
जिला प्रवक्ता कुँवर खुशनूद ने कहा कि अनिश्चित कालीन धरना लगातार जारी रखा जाता अगर आईआरपी बैंक रिसीवर को आखिरकार कोर्ट का आदेश मानना ही पड़ा जिसके चलते आईआरपी द्वारा किसानों का बकाया गन्ना भुगतान लगातार नियमनुसार मिलता रहेगा। इसके साथ ही हमारे पूर्व सहकारी गन्ना समिति सिंभावली चेयरमैन सुरेंद्र उर्फ बब्बू ने कोर्ट में रिट दाखिल की थी जिसके आधार पर कोर्ट का आदेश जारी किया गया है।
इस दौरान मेरठ मंडल संघठन मंत्री महिपाल सिंह उर्फ गुजराल, जिला प्रवक्ता कुँवर खुशनूद,
सिंभावली ब्लॉक अध्यक्ष मुनव्वर अली, जिला संरक्षक पीके वर्मा, जिला मीडिया प्रभरी अमज़द खान, ब्लॉक उपाध्यक्ष नौशाद अली,तहसील महासचिव प्रदीप चौधरी,जिला कार्यकारणी सदस्य फैज़ान अब्बासी, बाबूगढ़ नगराध्यक्ष शेखर चौधरी,राजा खेड़ा,अर्जुन सिंह, डॉक्टर मतलूब,
महिला विंग जिला अध्यक्ष नीलम त्यागी, शोभा देवी,रोशनी सैफी,सरिता देवी, मोहित वर्मा,आजाद तोमर,उमेश कुमार, इबनेहसन ,नन्हे तोमर, कुलदीप त्यागी जितेंद्र यादव,सुनील त्यागी, वीरेंद्र त्यागी,बंटी त्यागी,प्रधान शारुख खान,डॉक्टर अनिल कुमार, सतेन्द्र सिंह,गफ्फार हसन समेत आंदोलन करी भाकियू पदाधिकारी मौजूद रहे।
रिपोर्टर भूपेंद्र वर्मा