Bahraich Violence: उत्तर प्रदेश के बहराइच में हिंसा के बाद सख्त हुई सरकार अब बुलडोजर एक्शन की तैयारी में है. इसके लिए शुक्रवार को पीडब्ल्यूडी और राजस्व विभाग ने हिंसाग्रस्त इलाके में पैमाइश करने के बाद लाल निशान लगाए हैं.
लाल निशान करीब 40 घरों पर लगाए गए हैं, जिनमें हिंसा के दौरान रामगोपाल मिश्रा की हत्या करने वालों के घर भी शामिल हैं. लाल निशान वाले घरों को सरकारी जमीन पर कब्जे के लिए चिह्नित किया गया है. इन सभी को अपने-अपने घरों का अतिक्रमण 3 दिन के अंदर खुद तोड़ने या मकान खाली कर देने का नोटिस दिया गया है. इसमें यह भी चेतावनी दी गई है कि यदि खुद अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो लोक निर्माण विभाग (PWD) का बुलडोजर एक्शन में आकर इसे गिरा देगा.
मुस्लिमों के साथ हिंदुओं के घरों पर भी लगा नोटिस
IANS की रिपोर्ट के मुताबिक, बहराइच में 23 संपत्तियों को अतिक्रमण मानते हुए नोटिस जारी किए गए हैं. इनमें 19 मुस्लिमों के हैं, जबकि 4 हिंदुओं के घर हैं. इन सभी को संपत्ति खाली करने के लिए 3 दिन का समय दिया गया है. बहराइच में नोटिस सर्व करने की कार्रवाई हिंसा के बाद हो रही है, लेकिन PWD और राजस्व विभाग ने इस कार्रवाई को हिंसा से जोड़ने को गलत बताया है. दोनों विभागों का कहना है कि सड़क का चौड़ीकरण करने के लिए लाल निशान लगाए गए हैं. जिन घरों पर नोटिस लगाए गए हैं, उनमें बहराइच हिंसा के मुख्य आरोपी अब्दुल हमीद और सरफराज के भी घर शामिल हैं. सभी को 3 दिन के अंदर खुद अतिक्रमण तोड़ने या घरों को खाली करने का आदेश दिया गया है. नोटिस में कहा गया है कि यदि खुद घर का अतिक्रमण नहीं तोड़ा जाएगा तो सरकार बुलडोजर चलाकर यह कार्रवाई करेगी और बुलडोजर का खर्च भी अतिक्रमण करने वाले से वसूलेगी.
पीडब्ल्यूडी और राजस्व विभाग की टीमों ने जिन लोगों के घरों को अतिक्रमण के तौर पर चिह्नित किया है. उन सभी से जिला प्रशासन ने अवैध निर्माण को तोड़ने से जुड़ा प्रोफार्मा भी भरवाया है. माना जा रहा है कि यह काम अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया को कोर्ट में चुनौती मिलने की संभावना के तहत किया गया है.
आरोपियों को कोर्ट ने भेजा न्यायिक हिरासत में जेल
बहराइच हिंसा के 5 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इन सभी को शुक्रवार को सुरक्षा कारणों से कोर्ट के बजाय सीजेएम के सामने उनके आवास पर पेश किया गया. सीजेएम ने पांचों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. गिरफ्तार आरोपियों के नाम मोहम्मद फहीन (नामजद), मोहम्मद तालीम उर्फ सबलू, मोहम्मद सरफराज (नामजद), अब्दुल हमीद (नामजद) और मोहम्मद अफजल हैं.