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मैं तुम्हारी आरती का दीप बनता जा रहा हूं मैं तुम्हारे प्रणय ग्रंथ का प्रष्ट बनता जा रहा हूं/कवि रामआसरे गोयल


(रिपोर्टर भूपेंद्र वर्मा)
गढ़मुक्तेश्वर/जनपद की तहसील गढ़मुक्तेश्वर क्षेत्र के जनप्रिय कवि रामआसरे गोयल लखनऊ में आयोजित कवि सम्मेलन में हुए शामिल।
बता दें कि
लखनऊ में रायबरेली काव्य रस साहित्य मंच द्वारा 8 सितम्बर को अखिल भारतीय विराट लखनऊ काव्य संगम का आयोजन किया गया।जिसमें सिंभावली के रहने वाले कवि रामआसरे गोयल शामिल हुए। जिसमें उन्होंने अपनी कविताओं को पढ़कर श्रोताओं को हंसाते हुए खूब तालियां बटोरी।
कवि रामआसरे गोयल ने बताया कि लखनऊ में आयोजित हुए कवि सम्मेलन में शामिल होने का मौका मिला।कार्यक्रम में उन्होंने “मैं तुम्हारी आरती का दीप बनता जा रहा हूं,मैं तुम्हारे प्रणय ग्रन्थ का पृष्ठ बनता जा रहा हूं।कविता पढ़ने पर श्रोताओं ने जमकर तालियां बजाकर हौसला अफजाई किया। और कार्यक्रम समापन पर संस्था की तरफ से उनको शाल ओढ़ाकर प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इससे पूर्व में भी कवि राम आसरे गोयल को कई स्थानों पर हुए कवि सम्मेलन में सम्मानित किया जा चुका है।

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